Bengaluru Blast Case: रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके की जांच में जुटी बंगलूरू पुलिस, सरकार की विपक्ष से संयम बरतने की अपील
बंगलूरू.
बंगलूरू के राजाजीनगर स्थित रामेश्वरम कैपे में शुक्रवार दोपहर एक बजे भीषण धमाका हुआ था, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। मामले में दावा किया जा रहा था कि रामेश्वरम कैफे में अज्ञात बैग रखा गया था, जिसके कुछ देर बाद जोरदार धमाका हुआ। घायलों का इलाज जारी है। वहीं, कर्नाटक पुलिस जांच में जुटी है। घटना की जांच पर राज्य सरकार भी लगातार नजर बनाए हुए है।
कर्नाटक पुलिस ने यहां एक लोकप्रिय रेस्तरां में शुक्रवार को हुए कम तीव्रता के बम विस्फोट के मामले में जांच तेज कर दी है। इस विस्फोट में 10 लोग घायल हुए थे। बंगलूरू पुलिस की एक टीम व्हाइटफील्ड इलाके में स्थित रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके की जांच कर रही है।
#WATCH | Karnataka: A team of Bengaluru City Police conduct an investigation at the explosion site at The Rameshwaram Cafe in Bengaluru’s Whitefield area. pic.twitter.com/ZVDFtTEMVa
आठ टीमें की गई हैं गठन
बंगलूरू के रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके पर कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा, 'जांच जारी है। आठ टीमों का गठन किया गया है। यह सभी अलग-अलग दिशाओं में काम कर रहे हैं और विभिन्न पहलुओं को देख रहे हैं। हमने कई सीसीटीवी फुटेज जुटाए हैं। हम हर पहलु की जांच कर रहे हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या कोई जलन का मामला तो नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'मैं विपक्ष से भी अपील करता हूं कि वह हमारे साथ सहयोग करे और इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाए। हमें नहीं पता कि मंगलुरु विस्फोट से कोई संबंध है या नहीं। उन्होंने तकनीकी रूप से एक समान सामग्री और एक ही प्रणाली का उपयोग किया है। कल एनएसजी यहां पहुंचा। हम निश्चित रूप से उस व्यक्ति को ढूंढ लेंगे। हमने कल बैठक की थी और मुख्यमंत्री को जानकारी दी थी। आज मैंने सभी वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है। भाजपा को नकारात्मक बयान जारी नहीं करने चाहिए।'
कल मुख्यमंत्री ने किया था खुलासा
इससे पहले, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया था, 'मास्क और टोपी पहना एक व्यक्ति बस से आया था। उसने कैफे के काउंटर पर रवा इडली का ऑर्डर दिया और साइड में जाकर बैठ गया था। उसके बाद उसने टाइमर लगाया और चला गया। उसके जाते ही विस्फोट हो गया था। इस घटना में नौ से 10 लोग घायल हुए हैं।' उन्होंने आगे कहा था, 'हम दोषी को ढूंढ निकालेंगे, यह आसान होगा क्योंकि बस से उतरने, भोजनालय में टिफिन खरीदने, एक जगह बैठने और बैग रखने की उसकी तस्वीरें आ चुकी हैं। हम उन्हें जल्द से जल्द ढूंढ निकालेंगे।'
यह है मामला
बंगलूरू पुलिस ने कैफे में विस्फोट के संबंध में कड़े गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। यह धमाका शुक्रवार दोपहर एक बजे हुआ था। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध शख्स दिखाई दिया है, जो कैफे के अंदर एक बैग रखता दिख रहा है। पुलिस का मानना है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए टाइमर के साथ एक आईईडी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था। बंगलूरू के रामेश्वरम कैफे धमाका मामले में 10 घायलों का इलाज जारी है। सभी घायल खतरे से बाहर हैं। जानमाल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। कर्नाटक पुलिस का बम निरोधक दस्ता और फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए भाजपा एनआईए जांच की मांग कर रही है।
कौन हैं रामेश्वरम कैफे के मालिक?
राघवेंद्र राव एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं, जिन्हें खाद्य उद्योग में 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वह आईडीसी किचन के संस्थापक और प्रमोटर हैं। वह रामेश्वरम कैफे श्रृंखला में संचालन का नेतृत्व करते हैं। वहीं, दिव्या राघवेंद्र राव चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद से वित्त और प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। वह रामेश्वरम कैफे के प्रबंधन और वित्त विभाग की प्रमुख हैं। इतना ही नहीं दिव्या को 12 से अधिक का कार्य अनुभव है। वह आईसीएआई की दक्षिण भारतीय क्षेत्रीय परिषद की बंगलूरू शाखा की प्रबंध समिति की सदस्य भी हैं।