बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में तीन महिलाओं को दिया टिकट, कोरबा, महासमुंद और जांजगीर चंपा लोकसभा से भरेंगी हुंकार
कोरबा.
भारतीय जनता पार्टी ने दो मार्च को लोकसभा चुनाव के लिए 195 सीटों पर प्रत्याशियों की नाम की घोषणा कर दी है। भाजपा ने छत्तीसगढ़ के सभी 11 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है। वहीं जारी सूची में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ से तीन महिलाओं को मौका दिया है। इसमें कोरबा लोकसभा से सरोज पांडे, जांजगीर-चांपा लोकसभा से कमलेश जांगडे और महासमुंद लोकसभा से रूपकुमारी चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा गया है।
भाजपा नेत्री सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनी थीं। उस दौरान बीजेपी के 49 विधायक थे। सरोज पांडेय को कुल 51 वोट मिले थे। छत्तीसगढ़ के इतिहास में ये पहला मौका था जब राज्यसभा के लिए चुनाव कराया गया था। इसके पूर्व निर्विरोध चुना जाता था। पिछली बार कांग्रेस ने लेखराम साहू को मौका दिया था, लेकिन उन्हें भितरघात के चलते पार्टी विधायकों के ही पूरे वोट नहीं मिले थे। यानी क्रॉस वोटिंग हुई थी। सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की एकमात्र ऐसी नेता हैं, जो एक ही साल में दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं।
जानें कौन हैं सरोज पांडेय, एक ही साल में तीन पद पर रहने का रिकॉर्ड-
सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की एकमात्र ऐसी नेता हैं, जो एक ही साल में दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं।
सरोज पांडेय का जन्म 22 जून 1968 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में हुआ
माता-पिता गुलाब देवी- श्यामजी पांडेय
पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय से शिक्षा ली
साल 2000 पहली बार और 2005 में दूसरी बार दुर्ग की मेयर बनीं।
साल 2008 में पहली बार वैशाली नगर से विधायक बनीं
साल 2009 के दुर्ग संसदीय सीट से सांसद बनी
2013 में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं
साल 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू से शिकस्त मिली
इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया
साल 2018 में पहली बार निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनीं
कांग्रेस के प्रत्याशी लेखराम साहू को हराया था
जांजगीर-चांपा लोकसभा प्रत्याशी कमलेश जांगड़े
भाजपा नेत्री कमलेश जांगडे समाज सेविका, राजनैतिक रुचि और अपने समाज सहित सर्व समाज में अच्छी पकड़ा है। वर्तमान में भाजपा महिला मोर्चा के अध्यक्ष हैं। लंबे समय से राजनीति में सक्रिय है। उनकी शिक्षा- एम ए हिंदी साहित्य और डीएड की हुई हैं। पिछले 2019 चुनाव की स्थिति-2019 में भी टीका मिलने को लेकर नाम चल रहा था। जिसके बाद भाजपा में गुहाराम अजगल्ले को अपना उम्मीदवार बनया था, जिसके बाद 2019 के चुनाव में भाजपा 5 लाख 72 हजार790 वोट मिला था। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी रवि भारद्वाज को 4 लाख 89 हजार 553 वोट मिला था, जिसमें भाजपा प्रत्याशी ने 88255 वोट से जीत दर्ज की थी।
महासमुंद लोकसभा प्रत्याशी रूपकुमारी चौधरी
भाजपा ने महासमुंद लोकसभा सीट से रूपकुमारी चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है। रूप कुमारी बीजेपी की सक्रिय नेता हैं। वे समाज सेविका, राजनैतिक रुचि और अपने क्षेत्र में अच्छी पकड़ बनाई हुई हैं। रूपकुमारी छत्तीसगढ़ विधानसभा की पूर्व सदस्य रह चुकी हैं। बसना विधानसभा क्षेत्र से साल 2013 से 2018 तक विधायक थी। इसके साथ ही मई 2015 से दिसंबर 2018 तक संसदीय सचिव भी थी।