November 29, 2024

रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने जड़ा शतक, भारत 250 के पार

0

धर्मशाला

इंडिया वर्सेस इंग्लैंड 5वां टेस्ट धर्मशाला में खेला जा रहा है। दूसरे दिन का पहला सेशन भारत के नाम रहा। इस दौरान कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने-अपने शतक जड़े। दोनों ही खिलाड़ियों का यह सीरीज का दूसरा शतक है। भारत ने दूसरे दिन के पहले सेशन में बिना कोई विकेट खोए 130 रन जोड़े। टीम इंडिया ने 49वें ओवर में मेहमानों पर लीड हासिल की थी। लंच ब्रेक तक भारत का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 264 रन है। भारत के पास फिलहाल 46 रनों की बढ़त है। शुभमन गिल 101 तो रोहित शर्मा 102 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।

मैच के पहले दिन इंग्लिश टीम को 218 रनों पर ढेर करने के बाद भारत ने 1 विकेट के नुकसान पर 135 रन बोर्ड पर लगा थे। भारत को एकमात्र झटका यशस्वी जायसवाल के रूप में लगा जो अपनी गलती के चक्कर में विकेट गंवा बैठे। शोएब बशीर को स्टेप आउट करके बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में यह युवा सलामी बल्लेबाज 57 के निजी स्कोर पर स्टंप आउट हुआ। बात भारतीय गेंदबाजों की करें तो, इंग्लैंड को इस स्कोर पर समेटने में कुलदीप यादव और आर अश्विन ने अहम भूमिका निभाई। कुलदीप ने इस दौरान पंजा खोला तो वहीं 100वां टेस्ट खेल रहे आर अश्विन ने 4 विकेट चटकाए। रविंद्र जडेजा को इस दौरान जो रूट के रूप में एकमात्र सफलता मिली। भारतीय तेज गेंदबाज इस दौरान खाली हाथ पवेलियन लौटे।

मैच के दूसरे दिन भारत की नजरें मेहमानों पर बढ़त हासिल करने पर होगी। इस दौरान फैंस कप्तान रोहित शर्मा के बल्ले से शतक जरूर देखना चाहेंगे। रोहित के बल्ले से इस सीरीज में अभी तक एक ही शतक निकला है।

 पिता ने बढ़ाया हौसला

धर्मशाला टेस्ट मैच को देखने के लिए शुभमन गिल के पिता भी स्टेडियम में मौजूद थे। गिल के शतक लगने के बाद पिता ने दोनों हाथों से ताली बजाकर बेटे की इस उपलब्धि की सराहना की। इस दौरान वह भावुक नजर आए। उनकी आंखें नम दिखाई दी। सोशल मीडिया पर भी शुभमन गिल और रोहित शर्मा की जमकर तारीफ की जा रही है। फैंस लगातार इन दोनों ही खिलाड़ियों को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएं जाहिर कर रहे हैं। धर्मशाला टेस्ट की बात करें तो भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ काफी मजबूत स्थिति में पहुंच गई है।

112 साल बाद भारतीय टीम बनाएगी ऐतिहासिक रिकॉर्ड?

भारतीय टीम ने 7वीं बार टेस्ट में 0-1 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए सीरीज जीती है. अब यदि भारतीय टीम सीरीज का आखिरी मुकाबला भी अपने नाम करती है, तो वो टेस्ट इतिहास में 112 साल बाद एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर लेगी. यह रिकॉर्ड 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में पहला मुकाबला हारकर अगले सभी 4 मैच जीतने का है.

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक सिर्फ 3 ही बार ऐसा हुआ है. सबसे पहले 1897-98 के दौरान हुआ था. तब ऑस्ट्रेलिया ने एशेज सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी. इसके बाद फिर दूसरी बार भी ऑस्ट्रेलिया ने ही यह उपलब्धि दोहराई. उन्होंने एशेज सीरीज 1901/02 में इंग्लैंड को 4-1 से रौंदा था. वहीं भारत के नाम 17 टेस्ट सीरीज जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है. 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *