September 26, 2024

कर्नाटक को एक और वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलने वाली है, 12 मार्च को उद्घाटन

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नई दिल्ली
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का जाल देश भर में फैलता जा रहा है और यातायात में लोगों की सहूलियत भी बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में कर्नाटक को एक और वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलने वाली है। जी हां, रेल मंत्रालय ने बेंगलुरु और कलबुर्गी के बीच सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन चलाने को लेकर मंजूरी दे दी है। कलबुर्गी से सांसद उमेश जाधव ने इसे लेकर अधिक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नई वंदे भारत एक्सप्रेस को 12 मार्च को हरी झंडी दिखाई जाएगी। एक्स पर जाधव ने पोस्ट किया, 'कलबुर्गी से बेंगलुरु के लिए वंदे भारत ट्रेन। कलबुर्गी रेलवे स्टेशन पर 12 मार्च को इसका उद्घाटन होगा। यहां के लोगों के लिए यह एक उपहार है जिसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं।'

बेंगलुरु और कलबुर्गी के बीच चलने वाली इस वंदे भारत ट्रेन की टाइमिंग क्या होगी, इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। साथ ही यात्रियों को किराए से जुड़ी जानकारी के लिए अभी इंतजार करना होगा। मालूम हो कि कर्नाटक के लोगों ने वंदे भारत ट्रेनों को काफी पसंद किया है और राज्य के अलग-अलग इलाकों से यह सर्विस शुरू करने की मांग उठी है। इसी का नतीजा है कि कर्नाटक में फर्राटा भरने वाली यह छठी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन होगी। माना जा रहा है कि इससे कलबुर्गी के लोगों की बेंगलुरु तक की यात्रा काफी आसान हो जाएगी। साथ ही लोगों के समय की भी बचत होगी।

बेंगलुरु से इन शहरों के लिए वंदे भारत ट्रेन
बेंगलुरु-कलबुर्गी वंदे भारत ट्रेन से कल्याण कर्नाटक क्षेत्र के लोगों काफी फायदा मिलेगा। अब यहां के लोग राजधानी बेंगलुरु का सफर आसानी से कर पाएंगे। साथ ही स्टूडेंट, बिजनेसमैन और सरकारी नौकरी करने वाले भी बेंगलुरु और कलबुर्गी के बीच अब सुगम यात्रा कर सकेंगे। मालूम हो बेंगलुरु से फिलहाल धारवाड़, बेलगावी, हुबली, चेन्नई, कोयंबटूर, मैसूर और हैदराबाद के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की सुविधा मौजूद है। कुछ दिनों पहले ही बेंगलुरु-धारवाड़ वंदे भारत को उत्तरी कर्नाटक के बेलगावी तक बढ़ाया गया है। कर्नाटक के तटीय शहर मंगलुरु को भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिल चुकी है। यह ट्रेन गोवा के मडगांव को मंगलुरु से जोड़ती था। अब बेंगलुरु और मंगलुरु के बीच वंदे भारत ट्रेन की मांग हो रही है।

 

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