सिलिकॉन वैली बेंगलुरु से शुरू हो गया ‘पलायन’, पानी को लेकर मारा-मारी की स्थिति हुई पैदा
बेंगलुरु
बेंगलुरु में पानी की बढ़ती समस्या के चलते पलायन शुरू हो गया है। भारत की सिलिकॉन वैली से टेक प्रोफेशनल घरों का रुख करने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों से यहां पर पानी को लेकर मारा-मारी की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में लोग समस्या खत्म होने तक अपने होम टाउन में रहने को प्राथमिकता दे रहे हैं। इन प्रोफेशनल्स का कहना है कि भारी-भरकम किराया देने के बावजूद जरूरत भर तक का पानी नहीं मिल पा रहा है।
लोगों को हो रही मुश्किल
ऐसे में यहां पर रह रहे मल्टीनेशनल कंपनियों के कर्मचारी अस्थायी रूप से अपने होम टाउन का रुख कर रहे हैं। डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक बेंगलुरु के अयप्पा नगर में रहने वाले सुमंत और उनकी पत्नी ऐसी ही परेशानी का सामना कर रहे थे। यही वजह है कि फ्लैट का किराया 25 हजार रुपए होने के बावजूद वह अब यहां नहीं रह रहे हैं। सुमंत के ऑफिस में सख्त पॉलिसी है कि वर्क फ्रॉम होम नहीं करना है। ऐसे में वह साउथ बेंगलुरु में अपने दोस्त के यहां रुकते हैं ताकि सुबह ऑफिस की मीटिंग अटेंड कर सकें। इस इलाके में पानी की समस्या इतनी अधिक नहीं है। कर्नाटक के डिप्टी सीएम और बेंगलुरु विकास विभाग के प्रभारी डीके शिवकुमार के मुताबिक शहर के 13,900 बोरवेल में से 6,900 काम करना बंद कर चुके हैं। इसी के चलते यह जल संकट गहराया है।
बन जाती है मारा-मारी की स्थिति
अनीता श्रीनिवास नाम की एक अन्य टेक प्रोफेशनल हमेशा के लिए मुंबई शिफ्ट हो गईं। उन्होंने कहाकि बोरवेल पूरी तरह से सूख चुके हैं। ऐसे में वॉटर टैंक्स का इंतजार करना पड़ता है। इसके चलते परेशानी काफी ज्यादा होने लगी है। कुछ इसी तरह का हाल रश्मि रविंद्रन का है, जो बरसों से बोरवेल के पानी पर निर्भर रही हैं। उन्होंने कहाकि उनका परिवार पिछले 15 साल से बेंगलुरु में है। लेकिन कभी भी इस तरह का पानी का शॉर्टेज देखने को नहीं मिला। उन्होंने कहाकि पानी बहुत कम आता है और इसको लेकर मारा-मारी की स्थिति बन जाती है।