पाक की कंगाली का आलम ये है कि बैंक ढंग से नोट भी नहीं छाप पा रहा है
इस्लामाबाद
पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली की हालत पूरी दुनिया के सामने आ चुकी है। देश में रोटी के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें तो पूरी दुनिया ने देखी हैं, लेकिन अब कंगाली का आलम ये है कि पाकिस्तान का स्टेट बैंक ढंग से नोट भी नहीं छाप पा रहा है। पाकिस्तान ने ऐसे नोट रिलीज कर दिए जो आधे ही छपे हुए हैं। हैरानी की बात तो ये है कि इन नोट को लोगों को देने के लिए बैंकों तक भी पहुंचा दिया गया। पाकिस्तान के एक बैंक कर्मचारी ने ही इन आधे अधूरे छपे बैंकनोट का वीडियो बना लिया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
ग्राहकों की शिकायत के बाद चला पता
पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर आलोचना के बाद स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने मंगलवार को आधे प्रिंट नोट के मामले की जांच की घोषणा की है। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में एक शख्स खुद को नेशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान (एनबीपी) की मॉडल कॉलोनी शाखा का मैनेजर बता रहा है। शख्स ने 1000 रुपये के दो नोट पकड़े हुए हैं, जो सिर्फ एक तरफ ही छपे हुए हैं। एक और हैरान करने वाली बात है कि इन नोटों के बारे में बैंक कर्मचारियों को भी तब पता चला जब ग्राहकों ने इन आधे प्रिंट नोटों की शिकायत की।
हर बंडल में मिल रहे आधे ऐसे नोट
वायरल वीडियो में कर्मचारी को कहते सुना जा सकता है कि मुझे नहीं पता कि कितने बंडल पहले भेजे जा चुके हैं। हमें इस बारे में तब पता चला जब एक ग्राहक ने इन्हें लौटा दिया। इसके बाद शख्स एक अन्य बैंक कर्मचारी के मेज के पास कैमरा लेकर पहुंचता है, जो नोटों के एक बंडल की जांच कर रहा था। जैसे ही कर्मचारी ने बंडल को पलटना शुरू किया, एक के बाद एक चौथा नोट ऐसा था जो सिर्फ एक ही तरफ से प्रिंट था। मैनेजर ने आगे कहा कि हर बंडल में कम से कम दो नोट इस तरह आधे छपे हुए हैं।
वीडियो सामने आने पर फूटा लोगों का गुस्सा
आधे छपे बैंक का वीडियो आने के कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद पाकिस्तानी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करते हुए लोगों ने जमकर भड़ास निकाली। एक यूजर ने एक्स पर लिखा, जब आप बैंक और एटीएम से नकदी निकाल रहे हों तो बहुत सावधान रहें। एक-एक नोट की जांच करें।
फ्रॉम कराची नाम के हैंडल से लिखा गया, "यह पाकिस्तान सिक्योरिटी प्रिंटिंग प्रेस कराची के प्रिंटिंग स्टाफ की लापरवाही है और स्टेट बैंक भी उतना ही जिम्मेदार है।" फेसबुक यूजर फैसल बट ने टिप्पणी की, "अगर ये नए बंडल हैं, तो यह स्टेट बैंक का बेहद गैरजिम्मेदाराना व्यवहार है।" पोस्ट के नीचे एक अन्य ने कमेंट किया, "स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को इसके खिलाफ गंभीर कार्रवाई करनी चाहिए।"