नीलांचल एक्सप्रेस के लोको पायलट ने दिव्यांगों से की अभद्रता, दो घंटे तक अफरातफरी का माहौल
जमशेदपुर.
आनंद विहार-पुरी नीलांचल एक्सप्रेस के लोको पायलट ने टाटानगर स्टेशन पर दिव्यांग यात्रियों से अभद्रता की। इसके बाद दिव्यांगों ने हंगामा कर दिया। प्लेटफॉर्म से लेकर रेल थाने में करीब दो घंटे तक अफरातफरी का माहौल था। तीन दर्जन से ज्यादा दिव्यांग (युवक-युवती) टाटानगर रेल थाना पहुंच गए और परेशानी बताकर लोको पायलट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। लोको पायलट ने दिव्यांग कोच को प्लेटफॉर्म से आगे निकाल दिया था।
इसपर दिव्यांगों ने विरोध जताया तो लोको पायलट ने अभद्रता कर दी। सभी दिव्यांग लखनऊ स्थित डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के छात्र हैं। वे जमशेदपुर मोहन आहूजा स्टेडियम में बुधवार को आयोजित बैडमिंटन प्रतियोगिता में भाग लेने ट्रेन से टाटानगर आए हैं। इधर, दिव्यांग यात्रियों सह खिलाड़ियों द्वारा रेल थाने में लोको पायलट के खिलाफ शिकायत दर्ज होने की सूचना पर रेल अधिकारी पहुंचे। उन्होंने लोको पायलट के खिलाफ विभागीय कार्रवाई का आश्वासन देकर दिव्यांगों को शांत करा दिया। रेल पुलिस ने दिव्यांगों के बयान पर केस दर्ज कर लोको पायलट को पूछताछ के लिए मंगलवार को थाने में बुलाया है। दिव्यांग लोको पायलट द्वारा क्षमा नहीं मांगने पर कानूनी कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं। इधर, रेल अधिकारियों ने लोको पायलट के व्यवहार से खड़गपुर मंडल के सीनियर डीईई को अवगत करा दिया है। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
प्लेटफॉर्म से आगे निकाल दिया दिव्यांगों का कोच
खिलाड़ी शमीम अहमद, हर्षित पाल और प्रह्लाद कुमार ने बताया कि लोको पायलट ने नीलांचल एक्सप्रेस को प्लेटफॉर्म नंबर चार से करीब डेढ़ मीटर बाहर रोक दिया। इससे कोच से उतरने में दिक्कत हो रही थी। शिकायत करने पर लोको पायलट भड़क उठे और अपशब्द इस्तेमाल करने लगे। इधर, दिव्यांग व्हीलचेयर को लाइन पर फेंककर किसी तरह कोच से उतरे, क्योंकि ट्रेन ठहराव का समय कम है।