बिहार में सियासी तिकड़म तेज! लालू यादव, तेजस्वी और पप्पू यादव के बीच आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा
पटना
लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. पहले चरण के लिए आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. लेकिन बिहार में अब तक महागठबंधन के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं हो पाया है. इसकी एक बड़ी वजह नए राजनीतिक समीकरणों को भी माना जा रहा है. आरजेडी हाईकमान अपने कुनबे को बढ़ाने और सीटों पर सामंजस्य के लिए लगातार बैठकें कर रहा है. जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव भी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से उनके आवास पर मिलने पहुंचे. यहां पप्पू ने लालू और तेजस्वी से मुलाकात की और लंबी बातचीत हुई.
जानकारी के मुताबिक, लालू यादव, तेजस्वी और पप्पू यादव के बीच आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई और आगे की रणनीति पर बात हुई. पप्पू यादव पूर्णिया सीट से दावेदारी कर रहे हैं. राजद, कांग्रेस, वामपंथी और कुछ अन्य छोटे दल लोकसभा चुनाव में एनडीए से मुकाबला करने के लिए सीटों के बंटवारे पर बातचीत कर रहे हैं.
'महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर चल रही है चर्चा'
बता दें कि बिहार में महागठबंधन में शामिल सहयोगी दलों के बीच सीटों को लेकर मंथन चल रहा है और आम सहमति नहीं बन सकी है. इस बीच, बिहार में सियासी समीकरण भी बदलने की संभावनाएं बढ़ी हैं. LJP चीफ पशुपति कुमार पारस को एनडीए में एक भी सीट नहीं दी गई है. पारस ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. कहा जा रहा है कि वो महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, पारस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
'तेजस्वी बोले- सीट बंटवारा अंतिम चरण में है'
इससे पहले सोमवार को राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि बिहार में दो से तीन दिन के अंदर सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया जाएगा. तेजस्वी का कहना था कि सीटों का बंटवारा अंतिम चरण में है और अगले कुछ दिनों में इस पर मुहर लग जाएगी. तेजस्वी ने कहा, ज्यादातर मुद्दों को सुलझा लिया गया है और सिर्फ एक या दो सीटों पर मुद्दे बचे हैं. लेकिन सब कुछ सुलझा लिया जाएगा.
'पप्पू यादव पर पूर्णिया में एफआईआर'
एक दिन पहले ही पप्पू यादव पर पूर्णिया में आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ है. पूर्णिया जिला प्रशासन से जुड़े अधिकारियों का कहना था कि हमें सूचना मिली कि कसबा थाना क्षेत्र के कॉलेज मैदान के पास पप्पू चौरसिया नाम के व्यक्ति के आवास पर एक बड़े हॉल में बिना अनुमति के ही चुनावी पोस्टर लगाकर पूर्व सांसद पप्पू यादव ने जनसभा की है. जांच में आरोप सही पाए गए, उसके बाद पप्पू यादव और उनके समर्थक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई.