नामांकन पत्र खरीदने पहुंचे निर्दलीय उम्मीदवार ने सिक्कों में चुकाए 25 हजार रुपये
जबलपुर
लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है और सभी सियासी दल तैयारियों में जुट गए हैं. मध्य प्रदेश के जबलपुर से चुनाव से संबंधित एक अजीब मामला सामने आया है. लोकसभा चुनाव लड़ने की योजना बना रहे जबलपुर का एक उम्मीदवार बुधवार को नामांकन के वक्त सेक्योरिटी डिपोजिट के रूप में भुगतान के लिए 25 हजार रुपयए के सिक्के लेकर कलेक्टर ऑफिस पहुंचा.
इंडिपेंडेंट कैंडिडेट विनय चक्रवर्ती, जबलपुर के सियासी मैदान में उतरना चाहते हैं. उन्होंने 10 रुपये, 5 रुपये और 2 रुपये के सिक्कों में सेक्योरिटी डिपोजिट के रूप में 25 हजार रुपये का भुगतान किया है. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मैंने सिक्कों में 25 हजार रुपये का भुगतान किया है.
सिक्कों में भुगतान की क्या वजह बताई?
एजेंसी के मुताबिक विनय ने कहा कि कलेक्टर कार्यालय में डिजिटल या ऑनलाइन मोड के जरिए भुगतान करने की कोई सुविधा नहीं थी, इसलिए मैंने सिक्कों में अमाउंट का भुगतान किया, जिसकी सुविधा उपलब्ध थी. उन्होंने कहा कि मैं एक इंडिपेंडेंट कैंडिडेट के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहता हूं. जबलपुर जिले के रिटर्निंग ऑफिसर और कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने बताया कि संभावित उम्मीदवार द्वारा सिक्कों में किया गया भुगतान प्राप्त कर लिया गया और उसकी रसीद उन्हें दे दी गई.
बता दें कि पहले चरण के लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई. मध्यप्रदेश में 29 सीटों के लिए 4 चरणों में चुनाव संपन्न होना है. प्रदेश में 19 अप्रैल को पहले चरण में 6 सीटों के लिए मतदान होगा. इसके बाद 26 अप्रैल को 7 सीटें, 7 मई को 8 सीट और फिर 13 मई को बची 8 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी 4 चरणों में चुनाव हुआ था.
प्रत्याशी ने 25000 हजार की चिल्लर की जमा
विनय चक्रवर्ती को उस समय कुछ समझ में नहीं आया. उन्होंने अपने मित्रों को फोन लगाया. कुछ छोटे दुकानदार जो उन्हें समर्थन दे रहे थे, उन लोगों ने कहा कि आप चिंता नहीं कीजिए. थोड़ी ही देर में वे ढेर सारी चिल्लर लेकर वहां पहुंच गए. विनय चक्रवर्ती ने 25000 रुपया, जिसे एक रुपए से लेकर ₹10 तक के सिक्कों में जमा किया. जिसको गिनने में निर्वाचन पदाधिकारी को 3 घंटे लगे. विनय चक्रवर्ती का कहना है कि 'उनकी कोई मंशा किसी को परेशान करने की नहीं थी, लेकिन उनके पास में उस समय जो कैश उपलब्ध हो पाया, उसे इसी तरीके से उन्होंने जमा किया.'
प्रशासनिक अधिकारियों को परेशान करने के तरीके
इस मुद्दे पर जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि 'पैसा किस मुद्रा में दिया जा रहा है, यह जरूरी नहीं है लेकिन नियम पैसे को कैश में लेने का ही है. इसलिए पैसे कैश ही लिया गया. हालांकि उन्होंने इस बात तंज कसते हुए कहा कि 'कई बार ऐसे लोग आते हैं. जो प्रशासनिक लोगों को परेशान करना चाहते हैं.' विनय चक्रवर्ती का कहना है कि 'वह एक जबलपुर की पिछड़ी बस्ती में रहते हैं और किसी भी पार्टी के एजेंडे में शहरों की यह बस्तियां शामिल नहीं है. जबकि इन बस्तियों में रहने वाला आम आदमी आज भी बुनियादी जरूरत के लिए परेशान है. इसीलिए उन्होंने खुद ही लोकसभा का चुनाव लड़ने का फैसला लिया, ताकि यदि वह सफल हो तो इन बस्तियों का जीवन स्तर सुधार सकें. विनय चक्रवर्ती जबलपुर के यादव कॉलोनी के पीछे संजय नगर बस्ती में रहते हैं.
किस सीट पर कब होगा चुनाव?
पहले चरण में 19 अप्रैल को सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में वोट डाले जाएंगे.
दूसरे चरण यानी 26 अप्रैल को टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल मतदान होगा.
इसके अलावा तीसरे चरण (7 मई) को मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा और भोपाल में वोटिंग होगी.
वहीं, चौथे चरण यानी 13 मई को देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा में मतदान किया जाएगा.