भोपाल समेत 10 जिलों में ग्रीन हाउस क्लस्टर से बढ़ेगी 25 हजार मीट्रिक टन कोल्ड स्टोरेज क्षमता
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में विकसित 14 लाख 28 हजार मीट्रिक टन कोल्ड स्टोरेज क्षमता के विकास का कार्य हो चुका है। इस वर्ष 25 हजार मीट्रिक टन क्षमता वृद्धि का लक्ष्य पूरा करने पर फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दस जिलों भोपाल सहित सीहोर, उज्जैन, रतलाम, नीमच, बड़वानी, खण्डवा, खरगौन जबलपुर और छिंदवाड़ा में ग्रीन हाउस क्लस्टर विकसित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने उद्यानिकी विभाग की समीक्षा बैठक में फसलों की उत्पादकता में वृद्धि और विविधीकरण, कृषि अधो-संरचना के प्रयास, प्रमाणित जैविक उत्पादन में वृद्धि, कृषि एवं उद्यानिकी उत्पादों का मूल्य संवर्धन और अतिरिक्त रोजगार के लिए मत्स्यपालन, रेशम पालन विकास और मधुमक्खी पालन के कार्यों को गति देने के निर्देश दिए। बताया गया कि इस वर्ष सीहोर, ग्वालियर और मुरैना में इनक्यूबेशन सेंटर्स का भूमि-पूजन किया गया है। बैतूल में शेडनेट निर्माण का क्लस्टर विकसित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि एक जिला-एक उत्पाद योजना में जिलों में उद्यानिकी फसलों और उत्पादों की ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग की गतिविधियाँ मिशन मोड पर की जाएँ। प्रदेश में 363 खाद्य प्र-संस्करण इकाइयां स्थापित की गई हैं। प्रधानमंत्री खाद्य उद्यम उन्नयन योजना में 212 और राज्य योजना में 151 इकाइयाँ स्थापित जा चुकी हैं, जो सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यानिकी विभाग दीर्घकालीन लक्ष्य में पोटेटो टिशु कल्चर एवं एरोपोनिक लेब, हाईटेक फ्लोरीकल्चर नर्सरी स्थापित करने और 1500 सूक्ष्म खाद्य प्र-संस्करण इकाइयाँ लगाने के कार्यों को पूरा करने के लिए प्रयास बढ़ाए।
इस मौके पर उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री भारत सिंह कुश्वाह, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त शैलेंद्र सिंह एवं अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण जे.एन. कंसोटिया सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में किसानों को पान की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। विशेष रूप से बुंदेलखण्ड अंचल में सागर और छतरपुर जिले में किसान इसके लिए आगे आए हैं। वर्ष 2021-22 में 520 हितग्राहियों को प्रतिइकाई 29 हजार रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। वर्तमान वित्त वर्ष में भी हितग्राहियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है।
पोषण की स्थिति में सुधार में एमपी आगे
मुख्यमंत्री ने पोषण के क्षेत्र में मिल रहे जनसहयोग पर प्रसन्नता व्यक्त की और महिला एवं बाल विकास विभाग को अच्छे कामों के लिए बधाइ्र दी।