कांग्रेस ने सुप्रिया श्रीनेत का टिकट काटा, 2019 में महराजगंज से हारी थीं चुनाव
महराजगंज
बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी कंगना रनौत पर टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरी कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत को एक और झटका लगा है। कांग्रेस ने बुधवार को देर रात आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की 8वीं लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में 14 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने झारखंड, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के लिए प्रत्याशी घोषित किए हैं। कांग्रेस की लिस्ट के अनुसार, कांग्रेस ने अपनी महिला प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का टिकट काट दिया है। क्योंकि इस लिस्ट में पार्टी ने उत्तर प्रदेश की महराजगंज लोकसभा सीट से भी अपने प्रत्याशी का ऐलान किया है, जहां से पिछली बार 2019 में सुप्रिया श्रीनेत ने लोकसभा चुनाव लड़ा था। सुप्रिया श्रीनेत यह चुनाव भाजपा के उम्मीदवार पंकज चौधरी से हार गई थीं। कांग्रेस ने सुप्रिया श्रीनेत की जगह इस बार वीरेंद्र चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो महराजगंज जिले की फरेंदा विधानसभा से मौजूदा विधायक हैं।
विवाद पैदा होने पर कांग्रेस प्रवक्ता श्रीनेत ने दी थी ये सफाई
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत और एच एस अहीर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर रनौत तथा मंडी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां कर एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। विवाद पैदा होने पर कांग्रेस प्रवक्ता श्रीनेत ने सोमवार को अपने बचाव में कहा कि उनके फेसबुक और इंस्टाग्राम खातों का संचालन कई लोग करते हैं और उनमें से किसी ने अनुचित पोस्ट की। उन्होंने कहा कि जैसे ही मुझे पता चला, मैंने वह पोस्ट हटा दी। जो लोग मुझे जानते हैं, वे यह भी अच्छी तरह जानते हैं कि मैं कभी भी किसी महिला के प्रति व्यक्तिगत और अशोभनीय टिप्पणी नहीं कर सकती। मैं जानना चाहती हूं कि यह कैसे हुआ।
जानिए, आगे और क्या बोलीं थीं कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत?
श्रीनेत ने यह भी कहा कि उनके नाम का इस्तेमाल करने वाले फर्जी अकाउंट के खिलाफ वह कार्रवाई करेंगी। यह पूछे जाने पर कि क्या राजनीति में कदम रखने वाली फिल्मी हस्तियां आलोचना की दृष्टि से आसान लक्ष्य हैं, हेमा मालिनी ने कहा कि ऐसा हो सकता है, लेकिन रनौत ‘बहुत मजबूत' हैं। हेमा मालिनी को भाजपा ने मथुरा लोकसभा सीट से तीसरी बार अपना उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने कहा कि मंडी से संभावित नेता के तौर पर रनौत अच्छा काम करेंगी। उनमें वह क्षमता है और उन्हें राजनीति में रुचि भी है। कलाकार के रूप में, किसी स्थान के प्रति हमारा दृष्टिकोण बहुत से लोगों की तुलना में कहीं बेहतर होता है।