अंकिता हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं…
रायपुर
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के 40 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को शुक्रवार को उस रिसॉर्ट के सामने विरोध प्रदर्शन करने के दौरान हिरासत में ले लिया गया जहां झारखंड में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के विधायक ठहरे हुए हैं। भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू के नेतृत्व में प्रदर्शनकारी आज दोपहर करीब तीन बजे नवा रायपुर स्थित मेफेयर गोल्फ रिसॉर्ट के प्रवेश द्वार पर पहुंचे, जहां उन्हें पुलिस ने रोक लिया।
भाजयुमो कार्यकर्ता अपने हाथों में पोस्टर लिए हुए थे जिस पर लिखा था 'अंकिता हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं।' झारखंड के दुमका जिले में पिछले महीने एक व्यक्ति ने एक छात्रा को जला दिया था। बाद में उस छात्रा की मौत हो गई थी। भाजयुमो नेताओ ने आरोप लगाया, 'झारखंड में अराजकता है और कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है। बेटियां अब वहां सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि हाल ही में एक बेटी पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। ऐसे में सत्तारूढ़ संप्रग के विधायक रायपुर में पिकनिक मना रहे हैं।'
भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने कहा कि 100 से अधिक भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने अंकिता के लिए न्याय तथा झामुमो और कांग्रेस के कथित अनैतिक कृत्यों के लिए विरोध प्रदर्शन किया। एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि भाजयुमो के 41 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया और उन्हें एक बस में राखी थाने ले जाया गया जहां से बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
झारखंड मुक्ती मोर्चा (झामुमो)-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन ने झारखंड में जारी राजनीतिक संकट के बीच मंगलवार को अपने 32 विधायकों को रायपुर भेज दिया। विधायक नवा रायपुर के आलीशान रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं। झामुमो ने भाजपा पर विपक्षी दलों की सरकारों को अस्थिर करने और आतंकित करने की कोशिश का आरोप लगाया