राजस्थान का रण: लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने 38 चेहरे बदले, छह विधायक भी चुनावी मैदान में
जालौर/जोधपुर.
राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। भाजपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। दोनों ही दलों ने 50 उम्मीदवारों में से 38 चेहरों को बदल दिया है। वहीं दिसंबर 2023 विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले छह विधायक भी मैदान में हैं। पिछले दो लोकसभा चुनाव से खाता नहीं खोल पाई कांग्रेस ने 2019 के अपने 25 प्रत्याशियों में से 24 का टिकट काट दिया।
एकमात्र वैभव गहलोत को ही फिर से टिकट दिया गया है। हालांकि उनकी सीट जोधपुर से बदलकर जालौर कर दी गई है। पार्टी ने दिसंबर 2023 में जीतकर आए पांच विधायकों को मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने भी 25 में से महज 10 सीटों पर ही पिछली बार जीते सांसदों को टिकट दिया है। हालांकि, पार्टी अभी भीलवाड़ा सीट पर उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है।
फिर देनी होगी परीक्षा
दोनों दलों के छह उम्मीदवार ऐसे हैं, जो विधायक भी हैं। दिसंबर में विधानसभा चुनाव के तीन महीने बाद ही इन विधायकों की फिर जनता के बीच परीक्षा है। इनमें कांग्रेस से विधायक बृजेन्द्र ओला, ललित यादव, मुरारी लाल, हरीश चंद्र मीणा और रालोपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल हैं। भाजपा ने बांसवाड़ा से महेंद्रजीत सिंह मालवीय को टिकट दिया है, जो बागीदौरा से कांग्रेस के टिकट पर जीते थे लेकिन अब भाजपा में शामिल हो गए हैं।
ये सांसद फिर मैदान में…
अर्जुनराम मेघवाल, सुमेधानंद सरस्वती, सुखवीर सिंह जौनापुरिया, भागीरथ चौधरी, पीपी चौधरी, गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, सीपी जोशी, ओम बिड़ला, दुष्यंत सिंह।