यूरोपीय देशों में गंभीर ऊर्जा संकट पैदा करने की तैयारी में रूस : जेलेंस्की
कीव
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूरोप को ठंडक के मौसम में मुश्किलें झेलने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। ऐसा रूस द्वारा यूरोप को गैस न देने के कारण होगा। जेलेंस्की ने कहा, रूस यूरोप के लिए गंभीर ऊर्जा संकट पैदा करने की तैयारी में है। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने यह बात रूस द्वारा नार्ड स्ट्रीम वन पाइपलाइन से यूरोप को गैस आपूर्ति बंद करने के बाद कही है। गैस आपूर्ति बुधवार से अनिश्चितकाल के लिए बंद है। रूस ने इसका कारण तकनीक गड़बड़ी बताया है।
प्रतिबंधों के जवाब में कार्रवाई
रूस के यूक्रेन पर हमले के विरोध में यूरोपीय देशों ने अमेरिका के साथ मिलकर रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। माना जा रहा है कि इसके जवाब में जून के अंत से रूस ने यूरोप को गैस आपूर्ति में कमी करनी शुरू कर दी थी। अब जबकि ठंडक का मौसम नजदीक है तब रूस ने गैस आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर दी है।
गैस से बिजली बनाते हैं यूरोपीय मुल्क
उल्लेखनीय है कि यूरोपीय देशों में गैस से ही बिजली बनाई जाती है और उद्योगों में भी गैस का ईंधन के रूप में इस्तेमाल होता है। दुनिया के सबसे ज्यादा धनी जी-7 देशों ने रूसी तेल का कम मूल्य निर्धारित करने का एलान किया है लेकिन वे अभी तक उसके लिए ठोस घोषणा नहीं कर पाए हैं।
तकनीकी वजहों का दिया हवाला
रूस ने यूरोप के लिए गैस की आपूर्ति बंद करने के पीछे तकनीकी वजहों का हवाला दिया है। रूस ने जर्मन कंपनी सीमेंस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रूस ने कहा है कि सीमेंस गैस आपूर्ति करने वाली नार्ड स्ट्रीम वन पाइपलाइन की खामी को दूर करने में सहयोग नहीं कर रही है। हालांकि सीमेंस ने रूस के आरोपों को खारिज कर दिया है।
गोलाबारी से जपोरीजिया परमाणु संयंत्र पर खतरा
जर्मनी के चांसलर ओलफ शुल्ज ने कहा है कि उनकी सरकार ने रूसी गैस की आपूर्ति रुकने पर विकल्पों की योजना बना रखी है। वह उन्हीं विकल्पों पर आगे बढ़ेगी। रूस हमारा लंबे समय तक ऊर्जा क्षेत्र का सहयोगी नहीं रह सकता। इस बीच गोलाबारी से जपोरीजिया परमाणु संयंत्र की गुल हुई बिजली अभी तक चालू नहीं हो पाई है। हां, आपात व्यवस्था के तहत संयंत्र में आवश्यक विद्युत आपूर्ति हो रही है।