पेप्सिको इंडिया मप्र में ‘फ्लेवर’ विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए 1,266 करोड़ रुपये का करेगी निवेश
पेप्सिको इंडिया मप्र में 'फ्लेवर' विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए 1,266 करोड़ रुपये का करेगी निवेश
भारत बायोटेक, बिल्थोवेन बायोलॉजिकल ने पोलियो टीके के उत्पादन व आपूर्ति के लिए किया सहयोग
भारत ने 2023 में 20.8 गीगावॉट सौर मॉड्यूल, 3.2 गीगावॉट सेल विनिर्माण क्षमता स्थापित की:रिपोर्ट
नई दिल्ली,
पेप्सिको इंडिया देश में अपनी विस्तार योजना के तहत मध्य प्रदेश के उज्जैन में 'फ्लेवर' विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए 1,266 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
कंपनी बयान के अनुसार, 22 एकड़ में फैला यह संयंत्र भारत में पेप्सिको के पेय उत्पादन को बढ़ाने, रोजगार सृजन करने और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसमें कहा गया कि संयंत्र का निर्माण 2024 में शुरू होने वाला है। 2026 की पहली तिमाही में इसके चालू होने की उम्मीद है।
पेप्सिको के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत व दक्षिण एशिया) जागृत कोटेचा ने कहा, ‘‘मध्य प्रदेश सरकार के समर्थन से हमारा लक्ष्य क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बढ़ाने में प्रभावशाली प्रगति करते हुए अपनी पहुंच का विस्तार करना है।''
पेप्सिको इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बेवरेजेज जॉर्ज कोवूर ने कहा कि नई इकाई भारत में कंपनी की दूसरी (फ्लेवर) विनिर्माण सुविधा होगी। कपंनी की वर्तमान में पंजाब के चन्नो में एक (फ्लेवर) विनिर्माण सुविधा है।
भारत बायोटेक, बिल्थोवेन बायोलॉजिकल ने पोलियो टीके के उत्पादन व आपूर्ति के लिए किया सहयोग
नई दिल्ली
भारत बायोटेक ने मुंह से दिए जाने वाले पोलियो के टीकों के उत्पादन और आपूर्ति सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नीदरलैंड स्थित बिल्थोवेन बायोलॉजिकल बी.वी. के साथ सहयोग किया है। बिल्थोवेन बायोलॉजिकल बी.वी., सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली शाखा है।
कंपनी के बयान के अनुसार, दोनों भागीदारों के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इसके तहत भारत बायोटेक भारत और विश्व स्तर पर आपूर्ति किए जाने वाले पोलियो के मुंह से दिए जाने वाले टीके (ओपीवी) के उत्पादन के लिए दवा संबंधी उत्पाद खरीदेगा।
भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्णा एला ने कहा, ‘‘यह सहयोग.. टीका कंपनियों के बीच सहयोग की मिसाल है, मुंह से दिए जाने वाले पोलियो टीकों की सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करता है और पोलियो को जड़ से मिटाने के देश के अभियान को बल देता है।''
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अदार पूनावाला ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य दुनियाभर से पोलियो को जड़ से मिटाना है..वंचित वर्ग पर इस घातक बीमारी के प्रभाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं।''
भारत ने 2023 में 20.8 गीगावॉट सौर मॉड्यूल, 3.2 गीगावॉट सेल विनिर्माण क्षमता स्थापित की:रिपोर्ट
नई दिल्ली
भारत ने 2023 में 20.8 गीगावॉट सौर मॉड्यूल और 3.2 गीगावॉट सेल विनिर्माण क्षमता स्थापित की है।
अमेरिका स्थित शोध कंपनी मेरकॉम कैपिटल की नई रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2023 तक देश की संचयी सौर मॉड्यूल विनिर्माण क्षमता 64.5 गीगावॉट और सौर सेल विनिर्माण क्षमता 5.8 गीगावॉट तक पहुंच गई।
रिपोर्ट में कहा गया, मॉड्यूल विनिर्माण क्षमता 2026 तक 150 गीगावॉट से ज्यादा और सेल क्षमता 75 गीगावॉट से अधिक होने का अनुमान है।
मेरकॉम कैपिटल समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ने कहा, ''भारतीय विनिर्माताओं को सौर पैनल उत्पादन क्षमताओं के विस्तार में निवेश करना जारी रखने के साथ-साथ भू-राजनीतिक तनाव और व्यापार विवादों की जटिलताओं से सावधानीपूर्वक निपटने की जरूरत है। सस्ते चीनी उत्पाद स्थानीय स्तर पर उत्पादित मॉड्यूल की प्रतिस्पर्धात्मकता को चुनौती देना जारी रखेंगे।''
रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 2022 में 10.3 गीगावॉट के मुकाबले 16.2 गीगावॉट मॉड्यूल का आयात किया। घरेलू विनिर्माताओं ने 2022 में 1.6 गीगावॉट की तुलना में 2023 में 4.8 गीगावॉट सौर मॉड्यूल का निर्यात किया।