नवमी और 10वीं के बाद 11वीं कक्षा में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत घट
ग्वालियर
स्कूलों में आगामी कक्षाओं में विद्यार्थियों की संख्या पिछले साल की तुलना में कम होने से शिक्षा विभाग चिंतिंत है। कक्षा आठवीं के बाद नवमी और 10वीं के बाद 11वीं कक्षा में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत घट गया है। इस स्थिति को देखकर आयुक्त ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को विशेष रूप से मानीटरिंग करने के निर्देश दिए है। साथ ही 25 जुलाई तक प्रवेश से वंचित विद्यार्थियों को वापस स्कूल में दाखिला दिलाने का टारगेट दिया है।
बता दें कि वर्ष 2020-21 में कक्षा आठवीं से नवमी में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की दर 80 प्रतिशत से अधिक थी एवं कक्षा 10वीं से 11वीं में प्रवेश लेने वालों की दर 66 प्रतिशत थी। जो वर्ष 2022-23 में आठवीं से नवमी के लिए 42 प्रतिशत तथा कक्षा 10वीं से 11वीं में प्रवेश लेने वालों की महज 33 प्रतिशत दर है। ये दर चिंताजनक है ऐसे में विभाग ने दोनों ही कक्षाओं में ट्रांजिंट दर को 100 प्रतिशत करने का टारगेट दिया है। इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को कम ट्राजिंट दर वाले विकासखंड को चिन्हित कर काम करने को कहा है।
जिलावार सभी एडीपीसी प्रवेश से वंचित रहने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित करेंगे। 25 जुलाई तक इस प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने हाईस्कूल, हायर सेकंडरी स्कूल के प्राचार्यो को निर्देश दिया है कि टीसी के आधार पर प्रवेश नहीं लेने वाले विद्यार्थियों की सूची माध्यमिक शाला के प्रधान को सौंपेंगे। जिसके आधार पर प्रधान अध्यापक विद्यार्थियों के अभिभावकों से संपर्क कर ऐसे बच्चों का नजदीक के स्कूल में प्रवेश करवाएंगे। इसके अलावा कक्षा 10वीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों का 11वीं में प्रवेश करवाने का जिम्मा समीप को हाईस्कूल का प्राचार्य का होगा। इसी तरह सभी हायर सेकंडरी प्राचार्य भी 10वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों का 11वीं में प्रवेश करवाएंगे।