बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के 20 डिग्री और डिप्लोमा कोर्स में एक भी प्रवेश नहीं, प्रवेश देने की प्रक्रिया में विराम!
भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय अपने दो दर्जन विभागों के 50 कोर्स में प्रवेश देने की प्रक्रिया में विराम लगाने वाला है। अभी तक 20 डिग्री और डिप्लोमा कोर्स में एक भी प्रवेश नहीं हुए हैं। बीयू की कुल एक हजार 655 सीटों पर 661 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिए हैं। अभी तक तक बीयू की 40 फीसदी सीटों पर प्रवेश हुआ है।
60 फीसदी सीटें अब सूनी रहेंगी।
बीयू की प्रवेश स्थिति काफी लचर बनी हुई है। कुलपति प्रो आरजे राव के कार्यकाल का अंतिम माह चल रहा है। वे अपने चार साल के कार्यकाल में अभी तक नियमित तो दूर संविदा फैकल्टी भी नियुक्त नहीं कर सके हैं। जबकि राजधानी के कॉलेजों में पीजी प्रवेश की स्थति काफी अच्छी बनी हुई है। यही कारण है कि बीयू के पांच डिग्री कोर्स और 20 डिप्लोमा कोर्स में एक भी प्रवेश नहीं हुए हैं। बीयू को सभी कोर्स में प्रवेश लेने के लिए एक हजार 228 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें से 661 प्रवेश हुए हैं।
यूजी में होंगे सीयूईटी में प्रवेश
बीयू के यूजी के सभी कोर्स में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) से प्रवेश दिए जाएंगे। टेस्ट का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) करेगा। विधि विभाग के बीएएलएलबी की 60 सीटों पर सीयूईटी से प्रवेश होंगे। बीएलएलएबी की सीटों पर प्रवेश लेने के लिए देशभर से दो हजार से ज्यादा एप्लीकेशन जमा हुए हैं। वहीं एलएलएम की 42 सीटों पर प्रवेश लेने के लिए 112 विद्यार्थियों ने आवेदन किए थे। सीटों पर 42 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। इसके अलावा सीयूईटी से बीकाम आॅनर्स, बीएससी आनर्स जूलाजी, बीए आॅनर्स सोशलॉजी में प्रवेश होंगे। उनकी परीक्षा पूर्ण हो चुकी है। अब सिर्फ दस सितंबर को रिजल्ट आना शेष है।
यहां विभाग नहीं खोल सके खाते
एमए एक्सटेंशन एजुकेशन एंड सोशल वर्क में तीन साल से एक भी आवेदन जमा नहीं हुआ है। एमए लिंग्जेस्टिक की दस सीट, एमएससी लिम्नोलाजी दस, एमएससी बायोलाजी की बीस, एमएससी एप्लाईड जियोलाजी की बीस सीटों में एक भी प्रवेश नहीं हुआ है। एमए इतिहास की बीस सीटों में से तीन प्रवेश हुए हैं। डिप्लोमा में मार्डन अरबिक लेंग्वेज, ईको टूरिज्म, एनिमल रिर्सोस मेनेजमेंट, बायोलॉजी, लिम्नोलॉजी, बायोसेफ्टी एंउ बायोसिक्योरिटी, मेडिकल लैब, प्लांट टीशूस कल्चर, वर्मी कम्पोस्ट टेक्नोलॉजी, मशरूम, रुरल डेवलपमेंट, वेब एंड ग्राफिक्स, मोबाइल एप डेवलपमेंट, बिगडाटा, बिजनेस इंटीलेजेंस, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, एनर्जी आडिट मैनेजमेंट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग की तरफ विद्यार्थियों ने देखा तक नहीं है।