मध्य प्रदेश के मौसम में उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा, अप्रैल में पड़ेगी तेज गर्मी, चल सकती है लू
भोपाल
मार्च की तरह अप्रैल महीने में मध्य प्रदेश के मौसम में उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा। फिलहाल दो-तीन दिनों तक मौसम ऐसा ही रहेगा, इसके बाद तापमान तेजी से बढ़ेगा और गर्मी अपना असर दिखाएगी। इस दौरान पारे में दिन में 2-3 डिग्री की बढ़त देखने को मिल सकती है.इधर, पांच अप्रैल को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने से कुछ स्थानों पर फिर बादल छा सकते हैं और तापमान में गिरावट हो सकती है। इसके बाद आखिरी 8 दिन में पारा 43 से ऊपर तक जा सकता है।
अप्रैल में पड़ेगी तेज गर्मी, चल सकती है लू
एमपी मौसम विभाग के मुताबिर, इस बार भीषण गर्मी पड़ने वाली है, प्रदेश का अधिकतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। ग्वालियर-चंबल में हीट वेव और आखिरी सप्ताह में ग्वालियर का अधिकतम तापमान 46 डिग्री तक पहुंच सकता है। इसके अलावा भिंड, दतिया, मुरैना, श्योपुरकलां में पारा 46-47 डिग्री तक तो निवाड़ी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, खरगोन, शिवपुरी में 45 डिग्री तक रहने का अनुमान है।
अप्रैल से जून तक अधिक ‘हीट-वेव डे’ की भविष्यवाणी की गई है। हालांकि उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में दिन के तापमान का सामान्य तो वहीं रात के तापमान को सामान्य से नीचे रहने का अनुमान है। 15 अप्रैल के आसपास तापमान अत्यधिक हो जाएगा।इस दौरान ग्वालियर-चंबल, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में तेज गर्मी पड़ेगी, जबकि बाकी में हल्की से मध्यम गर्मी रहेगी। अप्रैल में छह दिन लू चल सकती है।
कैसा रहेगा मौसम
अगले सप्ताह से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव 5 अप्रैल हो होने के चलते बादल छाए रहने और कहीं कहीं बारिश की संभावना बन सकती है। इस हफ्ते में जबलपुर, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, मंडला, बालाघाट, छतरपुर आदि जिलों में तापमान बढ़ने से गर्मी पड़ेगी और गर्म हवाएं चलेंगी।
इस दौरान जबलपुर, नर्मदापुरम, उमरिया और बालाघाट में रातें भी ज्यादा गर्म रहेगी। गुना, शिवपुरी, छतरपुर, टीकमगढ़, अशोकनगर, जबलपुर, मंडला और बालाघाट में अगले 1-2 दिन में हीट वेव का असर देखने को मिलेगी। इस दौरान जबलपुर, नर्मदापुरम, उमरिया और बालाघाट में रातें भी ज्यादा गर्म रहेगी।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर दो मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। साथ ही दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक द्रोणिका बनी हुई है। हवाओं का रुख भी दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है, जिससे कुछ नमी आ रही है और बादलों की आवाजाही लगी हुई है। पांच अप्रैल को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के भी उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है, जिससे दिन-रात में तापमान में ज्यादा वृद्धि नहीं होगी।