12 नंबर पर गरीबों के मकान 26 दिन में तैयार करना बीएमसी के लिए बना चुनौती
भोपाल
राजधानी में बन रहे हाउसिंग फॉर आल के आवास गरीबों के लिये समय पर पूरे नहीं होने से इसको लेने वालों की परेशानियां बढ़ती जा रही है। हाल ही में निगम कमिश्नर हरेन्द्र नारायण ने शहर का दौरा कर शहर के पॉश एरिया 12 नंबर के पास बन रहे आवासों का दौरा कर उसको 30 अप्रैल तक पूरा करने को कहा है।
अब निगम की यह चुनौती है कि उसको 26 दिनों में यहां के अधूरे 12 नंबर बस स्टॉप 1008 ई.डब्ल्यू.एस., 576 एल.आई.जी. एवं 316 एम.आई.जी. आवासों का निर्माण पूरा कराना है। दूसरी तरफ इसको बनाने वाले ठेकेदार पर कई बार पेनाल्टी लगाने की बात भी कही गयी लेकिन काम ठप ही पड़ा हुआ है।
ठेकेदारों को पेमेंट में देरी बन रही वजह
शहर मे ंचल रहे हाउसिंग प्रोजेक्ट के लेट चलने की वजह ठेकेदारों का पेमेन्ट होना भी है। निगम से जुड़े सूत्रों का कहना हैकि कई ठेकेदारों ने समय पर पेमेंट नहीं होने के कारण काम धीमी गति से कर दिया है। इसके अलावा प्रोजेक्ट के लेट होने का कारण रेत, लोहा सीमेंट और गिट्टी की कीमतों में वृद्धि भी है जिसके कारण इसकी लागत में वृद्धि हुई है और ठेकेदार को पुरानी दर पर ही काम करके देना है।
अभी ये होना है बाकी
12 नंबर के पास बन रहे आवासीय परिसर में छह मंजिला भवन में जिनका फ्रंट ऐलीवेशन अत्याधुनिक मॉडल का होगा और इसमें सभी मूलभूत आवश्यकताओं के साथ झूले आदि से युक्त पार्क, प्रत्येक आवासीय प्रकोष्ठ के लिए स्वतंत्र पार्किंग एवं रोजमर्रा की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु दुकानों की व्यवस्था भी की जानी है लेकिन यहां पर अभी तक 50 परसेंट काम भी नहीं हुआ है।