अपने नेताओं पर भरोसा नहीं होने से भाजपा कांग्रेसियों को शामिल करा रही: विभा पटेल
भोपाल। मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को अपने नेताओं पर भरोसा नहीं है, इस कारण कांग्रेसियों को पार्टी में शामिल करा रही है। भाजपा में जाने वाले कांग्रेसी भी पदलोलुप है। सत्ता के भूखे है। यह सभी अवसरवादी और मौकापरस्त है।
श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि भाजपा खुद को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का ढिंढोरा पीटती थी, आज उनकी हालत खस्ता है। भाजपा के नेता और कार्यकर्ता देख रहे हैं कि कैसे दूसरे दल के लोग भाजपा में आते हैं और राज्यसभा के सदस्य बन जाते हैं। विधानसभा और लोकसभा का टिकट ले लेते हैं। केंद्र सरकार में मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल तक बन जाते हैं। भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से वर्षों से जुड़े नेता और कार्यकर्ता मुंह ताकते रहते हैं। इनमें अब गहरा असंतोष है।
श्रीमती विभा पटेल ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं को बीजेपी में शामिल होने के लिए मजबूर कर रही है। भाजपा अब तक जिन कांग्रेस, राकांपा, सपा, राजद, बसपा, तूणमूल कांग्रेस, शिव सेना आदि के नेताओं पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाती रही है, उन्हें अब पार्टी में शामिल कर लिया। कुछ को तो केंद्रीय मंत्री के पद से नवाजा है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के केस या तो वापस लिए गए या जांच शिथिल कर दी गई। इसको लेकर भाजपा कार्यकर्ता भी मोदी सरकार और संगठन से खुश नहीं हैं।
श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि संगठन की नीति-रीति से भाजपा के कार्यकर्ता अब अपनी ही पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं और देख भी रहे है कि मोदी सरकार बनने के बाद देश में महंगाई बेलगाम हुई है। देश में बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ गई है। भाजपा की मोदी सरकार ने जनता से जो वादे किए लेकिन उन्हें आज तक पूरा नहीं किया। इसकी मिसाल अच्छे दिन का वादा है। जो अब तक पूरा नहीं हुआ है। 15-15 लाख कब हरेक व्यक्ति के खाते में आएंगे, 2 करोड़ युवाओं को रोजगार कब मिलेगा, किसानो की आमदनी दोगुनी कब होगी? भ्रष्टाचार कब खत्म होगा? जैसे वादे ही पूरे ही नहीं हुए।
श्रीमती विभा पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने ईडी, इंकम टैक्स और सीबीआई जैसी स्वतंत्र संस्थाओं का इस्तेमाल अपने हितों को पूरा करने के लिए हथियार के रूप में किया है। चाहे वह फर्मों से इलेक्टोरल बॉन्ड की वसूली के लिए ईडी का दुरुपयोग हो या फिर 30 साल पुराने नोटिस के जरिए प्रमुख विपक्षी दलों को परेशान करने के लिए आयकर विभाग का उपयोग हो। माना जा सकता है कि, भाजपा ने केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।