लोकसभा चुनाव के बीच सीपीआईएम ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया
नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के बीच सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया है। इससे पहले आयकर विभाग ने कांग्रेस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उसके बैंक अकाउंट को भी फ्रीज कर दिया था। इसके बाद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व- मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी ने एक साथ आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सरकार पर हमला बोला था। अब सीपीएम ने भी बैंक अकाउंट फ्रीज किए जाने का दावा किया है।
सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, ''आज, हमारे जिला सचिव-त्रिशूर को एक नोटिस मिला है कि पासबुक के साथ बैंक में आएं। कोई कारण नहीं बताया गया। उनके पास जो शक्ति है उसका उपयोग करते हुए, वे प्रबंधक को एक आदेश जारी करते हैं। बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि जब तक हम अनुमति नहीं देते, तब तक सीपीआई (एम) खाते में कोई लेन-देन नहीं किया जाएगा। इसका मतलब है कि उन्होंने खाता फ्रीज कर दिया है। यह एक राजनीतिक हमला है। हम आगे बढ़ाने के लिए कानूनी कार्रवाई की संभावना तलाश रहे हैं।''
आयकर विभाग के ऐक्शन के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले दिनों नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा था कि आयकर विभाग द्वारा फ्रीज किए गए खातों के कारण पार्टी ठीक से प्रचार नहीं कर पा रही है। राहुल ने कहा था कि हमारे पास प्रचार के लिए पैसे नहीं हैं, हम अपने उम्मीदवारों का समर्थन नहीं कर सकते। चुनाव लड़ने की हमारी क्षमता को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।'' पिछले महीने के आखिरी में कांग्रेस को आयकर विभाग ने एक और नोटिस जारी किया था, जोकि 1745 करोड़ रुपये का था। इस तरह अब तक 3567 करोड़ रुपये का नोटिस आयकर विभाग कांग्रेस को जारी कर चुका है।
उधर, बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए दावा किया कि कांग्रेस के कई बैंक खाते हैं और टैक्स बकाया का भुगतान न करने पर उनमें से केवल तीन-चार को ही अटैच किया गया है, 'फ्रीज नहीं' किया गया है। बीजेपी ने विपक्षी दल पर इस मुद्दे पर भ्रामक बयान देने का आरोप लगाया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ''ये बैंक खाते फ्रीज नहीं किए गए हैं, ये चालू हैं। आप (कांग्रेस) इन खातों में पैसा जमा कर सकते हैं और निकाल भी सकते हैं, सिवाय 125 करोड़ के, जो आयकर विभाग ने बकाया भुगतान न करने के कारण जब्त कर लिया है।"