NIA ने आराेपित हैप्पी मलेशिया को किया भगोड़ा करार, सूचना देने वाले को 10 लाख इनाम की घोषणा
लुधियाना
कोर्ट कांप्लेक्स में बम ब्लास्ट मामले के आरोपित हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी मलेशिया को एनआइए ने भगोड़ा करार दे दिया है। एनआइए ने हैप्पी मलेशिया के पोस्टर छपा कर दीवारों पर चिपका दिए है। इन पोस्टरों में एनआइए के अधिकारियों के वाट्एप्प नंबर हैं। पोस्टर पर लिखा है कि आरोपित हरप्रीत सिंह हैप्पी मलेशिया के बारे जानकारी देने वाले व्यक्ति को 10 लाख रुपये इनाम दिया जाएगा। वहीं सूचना देने वाले का नाम भी सार्वजनिक नहीं होने दिया जाएगा। आरोपित हैप्पी अमृतसर के अजनाला स्थित गांव मिआदी कलां का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि इन दिनों वह मलेशिया में है।
23 दिसंबर की दोपहर काे हुआ था लुधियाना में ब्लास्ट
बता दें कि 23 दिसंबर की दोपहर 12.25 बजे हुए बम ब्लास्ट में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) का इस्तेमाल किया गया था। इस धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि 6 अन्य घायल हो गए थे। ब्लास्ट की जांच के लिए दिल्ली से एनएचजी, एनआईजी और नेशनल बम डाटा सेंटर की टीमें मौके पर पहुंची थी। ब्लास्ट के 10 घंटे बाद, रात 10.15 बजे एनएचजी टीम ने मलबे में दबे शव को बाहर निकाला था।
दाेनाें एजेंसियाें के अधिकारी जांच के लिए लुधियाना पहुंचे
ब्लास्ट में घायल लुधियाना के राजकोट गांव की संदीप कौर (31 साल), जमालपुर की शरणजीत कौर (25 साल) पुलिस कॉलोनी निवासी मनीष कुमार (32 साल) कुलदीप सिंह (50 साल) और कृष्ण खन्ना (75 साल) थे। इस ब्लास्ट में आतंकी एंगल होने की वजह से केंद्रीय जांच एजेंसी एनआइए और एनएसजी का जांच में शामिल किया गया था। दोनों एजेंसियों के अधिकारी चंडीगढ़ और नई दिल्ली से जांच के लिए लुधियाना पहुंच गए। दोनों एजेंसियों के अधिकारी पंजाब पुलिस की फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर जांच कर रहे हैं। गाैरतलब है कि ब्लास्ट के बाद तत्कालीन चन्नी सरकार की काफी आलाेचना हुई थी। चुनाव प्रचार में भी यह मामला काफी उछला था।