गर्भगृह अग्निकांड के बाद मंदिर प्रशासन हुआ सख्त, महाकाल मंदिर में अब नहीं ले जा पाएंगे मोबाइल
उज्जैन
ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में होली पर हुए अग्निकांड के बाद मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए कठोर कदम उठाए हैं। भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में पुजारियों की संख्या को समित कर दिया गया है। साथ ही पंडे, पुजारी तथा सेवकों के अनावश्यक रूप से मंदिर में घूमने पर रोक लगा दी गई है।
अनावश्यक पंडा, पुजारी और सेवकों का प्रवेश भी प्रतिबंधित
श्रद्धालुओं का मंदिर में मोबाइल लेकर प्रवेश करना भी प्रतिबंधित किया गया है। मंदिर प्रशासक मृणाल मीना ने बताया महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति तथा जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त द्वार से कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत भस्म आरती के समय गर्भगृह में पुजारियों की संख्या को सीमित कर दिया गया है। अनावश्यक पंडा, पुजारी और सेवकों का प्रवेश भी प्रतिबंधित किया गया है।
भस्म आरती दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थियों को भी जांच पड़ताल के उपरांत ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। श्रद्धालुओं के मोबाइल लेकर आने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इलेक्ट्रानिक उपकरण सहित अन्य संवेदनशील उपकरण जिनसे दुर्घटना की आशंका होती है, उन्हें अलग रखवाने के लिए काउंटर बनाए जा रहे हैं।
बदली गई व्यवस्थाएं
महाकाल मंदिर की व्यवस्था में सुधार किया गया है। व्यवस्थाएं महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति और प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से की जा रही है। भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में केवल निर्धारित पुजारी रहेंगे। मंदिर दर्शन करने के लिए जो श्रद्धालु आएंगे उन्हें भी जांच के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। श्रद्धालु अपने साथ मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे इसके अलावा अन्य कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संवेदनशील वस्तु ले जाने पर भी रोक रहेगी। श्रद्धालु अपने साथ अगर कोई सामान लाते हैं तो उन्हें रखवाने के लिए काउंटरों की व्यवस्था की जा रही है। वहीं पहले जहां आरती के दौरान श्रद्धालु नंदी जी के पास तक बैठते थे, अब उन्हें पीछे बैठाया जाएगा। ऐसा आपातकालीन स्थिति को देखते हुए किया जा रहा है ताकि नंदी हॉल से रैंप तक का मार्ग किसी भी तरह से अवरुद्ध न हो।
इन चीजों पर भी ध्यान
नियम जारी करने के अलावा ऐसे लोग भस्म आरती के नाम पर श्रद्धालुओं के साथ ठगी कर रहे हैं। यहां उनसे पैसे मांग रहे हैं उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। सभी जानते हैं कि पिछले कुछ समय में श्रद्धालुओं के साथ ठगी के मामले तेजी से हुए है। जहां भस्म आरती के दर्शन कराने के नाम पर उनसे हजारों रुपए वसूल लिए गए। श्रद्धालुओं द्वारा इस संबंध में शिकायत भी दर्ज करवाई गई है।
यह निर्देश भी
-भस्म आरती के नाम पर श्रद्धालुओं से रुपये लेने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जा रही है।
-भस्म आरती के दौरान पहले लोग नंदीजी के सामने गेट तक बैठते थे। अब भक्तों को नंदीजी के पीछे से बैठाया जा रहा है। इससे आपात स्थिति में नगाड़ा गेट से नंदी हाल के रैंप तक आवागमन अवरुद्ध नहीं होगा।
-गर्मी को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर के द्वार से मंदिर तक छांव तथा कारपेट बिछाने की व्यवस्था की गई है।