चीन: सिचुआन में कोरोना के कहर के बाद भूकंप से तबाही, 65 लोगों की मौत
बीजिंग
चीन के लोगों का जीवन पिछले कुछ समय से बेहद मुश्किल में गुजर रहा है। यहां के सिचुआन प्रांच में तो कोरोना के कहर के बाद भूकंप से हाहाकार मचा हुआ है। चीन के दक्षिण-पश्चिम सिचुआन प्रांत में सोमवार को आए भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं। वहीं, कम से कम 16 लोग लापता हैं।
भूकंप के तेज झटकों से हिली इमारतें
तिब्बती पठार से सटे लुडिंग काउंटी इलाके को भूकंप के लिए संवेदनशील माना जाता है। सोमवार को आया 6.8 तीव्रता का भूकंप इतना शक्तिशाली था कि प्रांतीय राजधानी चेंगदू की इमारतें हिल गई। कुछ पेड़ उखड़ गए। खम्भे गिर गए। ऊंची-ऊंची इमारतें सूखे पत्तों की तरह हिलने लगी। ऐसे में लोग घरों से बाहर आ गए और इधर-उधर भागने लगे।
प्रांत के 2 करोड़ लोग झेल रहे कोरोना के चलते लाकडाउन का दंश
यहां के दो करोड़ से अधिक निवासी पहले से ही कोरोना के चलते लाकडाउन का दंश झेल रहे हैं। सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, गारजे के तिब्बती स्वायत्त प्रान्त में ऐतिहासिक शहर मोक्सी में भूकंप ने कई इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया है, यहां 37 लोगों की मौत हुई है, जबकि 150 घायल हैं। 50,000 से अधिक लोगों को घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। वहीं, अन्य 28 लोग पड़ोसी शिमिआन काउंटी में मारे गए हैं, यहां 248 लोग घायल हैं।
ताइवान की दरियादिल, चीन से कहा- हम आपके साथ
चीन और ताइवान के बीच पिछले काफी समय से तनातनी चल रही है। चीन की सेना ने ताइवान की सीमा पर युद्ध अभ्यास भी किया। चीन के लड़ाकू विमान कई कब तवाइन की हवाई सीमा का उल्लंघन कर चुके हैं। चीन और ताइवान के बीच कब युद्ध छिड़ जाए, कहा नहीं जा सकता। इसके बावजूद प्राकृतिक आपदा के समय ताइवान ने दरियादिली दिखाई और बोला, आपदा में हम साथ, बचाव दल भेजने को तैयार। चीन में आए भूकंप पर शोक जताते हुए कहा कि जरूरत पड़ी, तो हम बचाव दल भेजने को तैयार हैं। ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने भूकंप में मृतकों के परिवार के प्रति संवेदना जताई है।