कभी थिएटर में नहीं हो पाई रिलीज हॉरर फिल्म ‘एंट्रम’
न्यूयोर्क
हॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में बनीं, जो हर तरह के ऑडियंस के लिए थीं। हॉलीवुड हमेशा से ही दमदार कंटेंट बनाने के लिए जाना जाता है। हॉरर से लेकर एक्शन और लगभग हर जॉनर में जबरदस्त फिल्में बनी हैं। ऐसी ही एक फिल्म बनी 'एंट्रम'। इस फिल्म को हॉलीवुड ती शापित फिल्म माना जाता है। इसे देखने के बाद कई लोगों की मौत हुई थी। आज भी इसे देखकर लोग खौफ से भर जाते हैं। आइए बताते हैं इसके बारे में सबकुछ। कनाडाई हॉरर फिल्म 'एंट्रम' अब तक की सबसे घातक फिल्म मानी जाती है। 'एंट्रम' में कहानी और पिक्चर्स दोनों डरावने दिखाए गए हैं।
'एंट्रम' फिल्म कथित तौर पर शापित है, जिसके कारण कई मौतें हुई हैं। 'एंट्रम' की शुरुआत एक मिनी-मॉक्यूमेंट्री से होती है जो फिल्म में एंट्रम के बारे में बात करती है। इसमें एक जंगल का सीन दिखाया गया है जिसमें दो भाई-बहन घूमते हैं। माना जाता है कि, 'एंट्रम' 1979 में कई फिल्म फेस्टिवल में रहस्यमय तरीके से दिखाई दी। कई लोगों की इसे देखने के बाद रहस्यमय तरीके से मौत हो गई और तब से इसे शापित कहा जाने लगा।
'एंट्रम' कभी थिएटर में क्यों नहीं दिखाई गई?
फिल्म से जोड़कर, लोगों ने शैतान के इतिहास पर भी चर्चा की है, क्योंकि वह 'एंट्रम: द डेडलीएस्ट फिल्म एवर मेड' में एक खास रोल निभाता है। फिल्म में एक वक्त के बाद दिखाया जाता है कि एंट्रम फिर से सामने आया है और एक चेतावनी में दर्शकों को याद दिलाया जाता है कि वे अपने जोखिम पर फिल्म देख रहे हैं। एंट्रम के इतिहास को देखते हुए बता दें कि ये अब तक की सबसे घातक फिल्म है और इसके कथित अभिशाप को देखते हुए, इसे देखने वाला कोई भी दर्शक भयानक मौत का शिकार हो सकता है। जैसा कि कई लोगों के साथ पहले ही हो चुका है।
कैसे हुईं सारी मौतें?
'एंट्रम: द डेडलीएस्ट फिल्म एवर मेड' पहली बार 1979 में सामने आई जब इसे कई फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया था लेकिन इसे कभी रिलीज नहीं किया गया। इसे सिर्फ अमेरिका में वीडियो ऑन डिमांड के जरिए दिखाया गया लेकिन कभी थिएटर में रिलीज नहीं किया गया। इस बात का कोई स्पष्टीकरण नहीं था कि इसकी रील कैसे दिखाई गई और कुछ लोगों का मानना था कि यह शैतान की वजह से होता है कि लोग मरने लगते थे।
थिएटर में चल रही थी फिल्म, अचानक लगी आग
जेनेट हिलबर्ग फिल्म के पहले पीड़ितों में से एक थीं। एंट्रम की स्क्रीनिंग के बाद उन्हें घातक दौरे का सामना करना पड़ा। इसके बाद, टॉम स्टाइलम की बिजली का झटका लगने से मौत हो गई। आखिरी आदमी फिल्म का प्रोग्रामर जो बैरिंगर था, जब उसे एक स्टोनफिश ने डंक मार दिया। बाकी चार पीड़ितों की मौत कैसे हुई इसका सटीक कारण अभी पता नहीं है। एंट्रम के कारण एक घटना हंगरी के बुडापेस्ट में एक मूवी थियेटर में घटी। 'एंट्रम' को 1988 में थिएटर में दिखाया गया था, यह एकमात्र मौका था जब यह बड़े पर्दे पर पहुंची। उसी वक्त उस बिल्डिंग में आग लग गई। आमतौर पर, मूवी थिएटर में आग प्रोजेक्टर रूम में लगती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।