बिहार के गया और पूर्णिया में मोदी की चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने पर सियासत गर्मा
पटना
बिहार के गया और पूर्णिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने पर सियासत गर्मा गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एनडीए पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश को पीएम मोदी की रैली में आने से बीजेपी वालों ने मना किया। नीतीश को पीएम के साथ मंच पर बैठने से रोका जा रहा है। तेजस्वी ने पीएम मोदी द्वारा आरजेडी एवं लालू परिवार पर हमला बोलने पर भी पलटवार किया। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री सिर्फ हमारे बारे में बोलते हैं, बिहार के लोगों के बारे में नहीं बोलते हैं।
तेजस्वी यादव ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि हमें उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार की जनता को कुछ तोहफा देंगे, बताएंगे कि 10 साल तक क्या किया। बिहार को विशेष दर्जे या विशेष पैकेज देने की बात करेंगे। मगर उन्होंने अपने भाषण में सिर्फ हम लोगों के बारे में ही बात की। तेजस्वी ने कहा कि पीएम मोदी जितने वादे थे सब भूल गए। नवादा वारसीलिगंज और मोतिहारी में चीनी मिल चालू करवाने का वादा किया था। मगर बीजेपी के घोषणापत्र में कोई योजना नहीं है। मोदी सरकार ने काम किया होता तो प्रधानमंत्री काम का जिक्र करते। मोदी ने देश को सिर्फ बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी और जुमला ये ही चार चीजें ही दी हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गया और पूर्णिया में एनडीए की रैली को संबोधित किया। दोनों रैलियों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच पर नहीं दिखे। बताया जा रहा है कि पटना में निजी व्यस्तता के चलते नीतीश जनसभा में नहीं आए। इससे पहले नवादा और जमुई में पीएम की रैली में नीतीश कुमार ने भी मंच साझा किया था। गया एवं पूर्णिया में हुई जनसभा में मंच से पीएम मोदी ने आरजेडी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि लालटेन का युग चला गया है, अब स्मार्टफोन का जमाना है। लालटेन से मोबाइल चार्ज नहीं होता है। इस पर तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि इससे क्या मतलब है। हम उनसे ज्यादा हाइटेक हैं। लालटेन का जमाना नहीं गया है।