कोई सांसद से संतुष्ट तो कोई बदलने को कह रहा, जोधपुर-पोखरण में फिर होगा चुनावी शक्ति परीक्षण
जोधपुर.
मारवाड़ की जोधपुर लोकसभा सीट के मतदाता दलों से इतर सीधी और कड़ी टक्कर दे रहे भाजपा-कांग्रेस के उम्मीदवारों को अपनी उम्मीदों की कसौटी पर कसना चाहते हैं। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत यहां 10 साल से सांसद हैं। शेखावत को तीसरी बार जिम्मेदारी सौंपने से पहले मतदाता लंबी फेहरिस्त के साथ उनके कामों का हिसाब भी चाहते हैं।
मतदाताओं के बीच पानी की किल्लत का बड़ा सवाल और मुददा जल संसाधन मंत्री का पीछा कर रहा है और अन्य कामों पर पानी डाल रहा है। कांग्रेस ने यहां बिल्डर और व्यवसायी करण सिंह उचियारड़ा को उम्मीदवार बनाया है। उचियारड़ा कांग्रेस से 2019 में भी टिकट मांग रहे थे, लेकिन तब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव को शेखावत के सामने उतारा गया था। उचियारड़ा अपने सामाजिक सरोकारों का चेहरा आगे कर खुद को जोधपुर का बेटा बता चुनाव को स्थानीय बनाम बाहरी का रंग देना चाहते हैं। शेखावत मूल रूप से सीकर के हैं, लेकिन जोधपुर के मतदाताओं ने दो चुनाव में उन्हें अपनाया और प्रतिनिधि चुना है। भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवार कॉलेज के जमाने में साथी रहे हैं और दोनों राजपूत समाज से हैं।
चुनाव प्रचार ठंडा, होर्डिंग्स में राम का सहारा
जोधपुर में मौसम बदलने के साथ गर्मी शुरू हो गई है, लेकिन चुनाव प्रचार ठंडा है। प्रमुख सड़कों और चौराहों पर बड़ी संख्या में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगाए गए चुनावी होर्डिंग्स मतदाताओं को आकर्षित तो कर रहे हैं, लेकिन दूसरे चरण में भी चुनावी उत्सव की उत्सुकता नहीं दिख रही है। भाजपा के होर्डिंग्स में शेखावत प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे और गारंटी के साथ केंद्रीय मुददों को आगे रखकर प्रचार कर रहे हैं। वहीं, शहर में लगभग सभी प्रमुख स्थानों पर लगे राममंदिर से संबंधित होर्डिंग्स जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा को समर्थन दे रहे हैं।
उचियारड़ा भी राम भरोसे, गिना रहे मंदिर के लिए दान
उचियारड़ा भी राममंदिर का श्रेय लेने से पीछे नहीं दिख रहे हैं। हम उनको लाएंगे की काट में कह रह हैं कि भाजपा ने तो राममंदिर का फीता काटा है, हमने मंदिर निर्माण में एक करोड़ रुपये दान दिए थे। शेखावत ने कितने दिए। कांग्रेस के होर्डिंग्स में दो चेहरों उचियारड़ा और पूर्व सीएम अशोक गहलोत ही प्रमुखता से दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के फोटो बमुश्किल दिख रहे हैं। कांग्रेस कार्यालय में भी चारों ओर उम्मीदवार और गहलोत छाए हैं।
पोखरण में फिर शक्ति परीक्षण
जोधपुर की पोखरण विधानसभा क्षेत्र में फिर शक्ति परीक्षण होना है। यहां 60 हजार मुस्लिम मतदाता हैं, जबकि हिंदुओं की संख्या दोगुनी है। 75 साल के जमील कहते हैं, हम परमाणु नगरी में रहते हैं और हर हाल में मतदान करेंगे। पवन गहलोत वर्तमान सांसद से खुश नहीं है, पर पीएम मोदी के जबरा फैन हैं। 60 साल के किशन लाल मोदी सरकार के पक्षधर हैं। यहां राजपूत बड़ी संख्या में हैं। भाजपा-कांग्रेस के उम्मीदवार राजपूत हैं, लेकिन 10 साल से सांसद शेखावत का पलड़ा भारी दिख रहा है। हालांकि, ऐसे तमाम शांत मतदाता भी मिले जो परमाणु परीक्षण की तरह गुप्त तरीके से फैसला सुनाकर लोकसभा के अन्य इलाकों को अचंभित करेंगे।
कोई वर्तमान सांसद से संतुष्ट तो कोई बदलने की कह रहा बात
जोधपुर का घंटाघर और मेहरानगढ़ किले के आसपास पुराने शहर का इलाका देर रात तक आबाद रहता है। यहां देर रात नागौरी चाय की दुकान पर हर दिन सैकड़ों युवा जुटते हैं। संदीप सिंह ने कहा कि हमें हमारे राज्य में नौकरी मिले यही हमारा मुद्दा है, लेकिन वोट देकर ऐसा हो जाएगा नहीं लगता। बिशन की चिंता सेना में भर्ती को लेकर दिखी, हालांकि कहीं न कहीं वर्तमान सांसद से संतुष्ट दिखे। नई सड़क पर दुकान में काम करने वाले चंदन सांसद बदलना चाहते हैं। उन्हें लगता है एक आदमी काम नहीं कर रहा है, तो दूसरे को देखना चाहिए। उनका कहना है कि कोविड के समय करण सिंह ने लोगों की मदद की। जोधपुर में पहला ऑक्सीजन प्लांट उन्होंने लगाया। संजय सिरोही मानते हैं मोदी सरकार में सीमाएं सुरक्षित हुई हैं और केंद्र में उन्हीं की सरकार आएगी। वहीं, मंजू देवी ने कहा, जब वोट पड़ेंगे तब देखेंगे। उनके लिए पानी सबसे बड़ा मुददा था, जिस पर साथ बैठीं अन्य महिलाओं ने भी हामी भरी। उनके बगल में बैठे बुजुर्ग इससे सहमत नहीं दिखे। तपाक से बोले, मुददा कोई भी हो यहां तो भाजपा जीत रही है।
जातीय गणित और समीकरण का चुनाव
भाजपा और कांग्रेस दोनों उम्मीदवार राजपूत बिरादरी से हैं। ऐसे में अन्य जातियों के बीच सेंधमारी तेज हो गई है। जोधपुर में साढ़े चार लाख राजपूतों में शेखावत बिरादरी के नेता के रूप में पकड़ और पहचान बनाए हैं। वहीं, उचियारड़ा को अभी खुद को स्थापित करना है। वैसे पूरे मारवाड़ में राजपूत भाजपा का परंपरागत मतदाता बताया जाता है। हालांकि, उचियारड़ा बिरादरी के उन भाजपा नेताओं को अंदरखाने साधने की कोशिश कर रहे हैं, जो शेखावत से नाराज हैं। उचियारड़ा केंद्रीय मंत्री और गुजरात के नेता पुरुषोत्तम रूपाला के विवादित बयान को भी राजपूतों के मान सम्मान से जोड़कर उठा रहे हैं।
भाजपा में खोट नजर
कांग्रेस इस बात से आश्वस्त है कि करीब तीन लाख मुस्लिम मतदाता उसके साथ ही रहेगा। सांसद शेखावत के विश्नोई समाज से नाराजगी के तमाम किस्से चुनाव में तैर रहे हैं। करीब पौने दो लाख विश्वनोई समाज के नेताओं का तर्क है कि कई मामलों में उनके समाज के लोगों को लक्षित करके कार्रवाई की गई। आरएलपी नेता हनुमान बेनीवाल के कांग्रेस के साथ आने का फायदा जोधपुर में भी देखा जा रहा है। जोधपुर के ग्रामीण इलाके जहां जाट समुदाय के लोग हैं उन्हें भाजपा में खोट नजर आ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृहनगर होने के कारण माली समाज भी कांग्रेस के साथ माना जा रहा है। करीब डेढ़ लाख ब्राहृमण मतदाता सीधे तौर पर भाजपा के साथ माना जा रहा है।