दिग्विजय के बारे में जनता सब जानती है : यादव
भोपाल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया है। सीएम मोहन ने कहा कि अमित शाह ने डंके की चोट पर अपनी बातें रखी हैं। दिग्विजय सिंह के बारे में जनता सब जानती है। दिग्विजय सिंह की बंटाधार सरकार को जनता भूली नहीं है। झूठ बोलना और बार-बार झूठ बोलना दिग्विजय सिंह जी की आदत है। 7 मई को प्रदेश की जनता इनको मुंहतोड़ जवाब देगी।
मैं उम्मीद करता हूं कि दिग्विजय सिंह माफी मांगेंगे
सीएम ने आगे कहा कि दिग्विजय सिंह हमेशा अपने बयानों में अरविंद केजरीवाल की बुराई करते रहे हैं। चुनाव के लिए अब उनका समर्थन ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने जिस ढंग से अमित शाह के बारे में हल्की बात कही मैं उसकी निंदा करता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि दिग्विजय माफी मांगेंगे।
दिग्विजय ने अयोध्या मामले में क्या-क्या नहीं कहा
सीएम मोहन ने दिग्विजय सिंह से सवाल करते हुए पूछा कि आपने अयोध्या मामले को लेकर के क्या-क्या नहीं कहा? पाकिस्तान के आतंकवादियों को 'जी' कहा। जिन्होंने देशद्रोही का रोल अदा किया। 1992 में हुई घटना में आपने कहा था कि मंदिर का सवाल नहीं है। इन्होंने ढांचा तोड़ा इसका दुःख हुआ था। आप तो इस बात को लेकर के भारत से माफी मांगें, मध्यप्रदेश से माफ़ी मांगें।
आप चंदा ले जाओ वापस, चंदे की जरूरत नहीं
सीएम ने कहा कि राम मंदिर के मामले में आपने और आपकी पार्टी(कांग्रेस) ने कितने अड़ंगे लगाए और अब आप कहते हो कि मैंने चंदा दिया, चंदा देना अलग बात है। आप चंदा ले जाओ वापस, चंदे की जरूरत नहीं है। लेकिन भगवान राम के मंदिर में न तो निमंत्रण को स्वीकार करने में अपनी पार्टी में कोई भूमिका अदा की, न ही राम मंदिर को लेकर आपने आज तक वहां जाकर दर्शन करके अपनी श्रद्धा दिखाई।
दिग्विजय सिंह ने केजरीवाल को क्या-क्या नहीं कहा
सीएम मोहन यादव ने कहा कि केजरीवाल के बारे में मैं कुछ डेट भी बता सकता हूं। 20 अक्टूबर 2012 दिग्विजय ने कहा था कि मुझे अरविंद केजरीवाल में हिटलर की झलक दिखाई देती है। 2015 में दिल्ली में सफाई कर्मियों की हड़ताल चल रही थी और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को दिग्विजय सिंह ने नौटंकी का मास्टर कहा था। आपने क्या-क्या नहीं बोला दिग्विजय सिंह, लेकिन अब आपका काम पड़ रहा है तो आप उनकी एक नेता से समर्थन ले रहे हो। राजगढ़ के चाचौंडा से आप पार्टी की प्रत्याशी रही। अब वो आपका समर्थन कर रही हैं।आपको अब शर्म नहीं आ रही हैं?