गया से मायावती के साथ आए जेडीयू के पूर्व सांसद अरुण कुमार ने साधा निशाना, नितीश कुमार का 20 वर्षों से हो रहा राजनीतिक क्षरण
गया.
गया के अतरी विधानसभा क्षेत्र जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में आता है। जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार खिजरसराय पहुंचे। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की बहुजन समाजवादी पार्टी की टिकट से जहानाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व सांसद अरुण कुमार ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षों से राजनीतिक क्षरण हो रहा है। गैरजिम्मेवार लोगों को पार्टी टिकट दे देती है जो सामाजिक सरोकार के लोग नहीं है तो ऐसे में सांसद और विधानमंडल का क्या महत्व है।
हमारा विरोध नीतीश कुमार से नहीं है बल्कि उनके नीतियों से है। हमने 12 साल तक अपनी जवानी को नीतीश कुमार को सीएम बनाने में लगा दी। हम लड़ाई लड़ रहे थे चारा घोटाला का और जब नीतीश कुमार जब सत्ता में आए तो सृजन घोटाला हो गया। पूर्व सांसद अरुण कुमार ने कहा कि आम गरीब लोग नहीं जानते हैं। दूसरे राज्यों की अपेक्षा किसानों को कम मुआवजा मिल रहा है। ऐसे कई चुनौतियां थी इसके कारण हमने नीतीश के सामने घुटने नहीं टेका है। कई प्रयोग हमने किया है।कुछ लोग कहते है पार्टी बदल लेते है पद छोड़ देते हैं। हमने सत्ता के लिए नही सत्ता जब बौड़ाती है तो पार्टी को लात मारकर नई पार्टी का निर्माण करते है। सत्ता के लिए तो नीतीश कुमार बदलते हैं हमने कभी सत्ता के लिए नहीं बदला है अगर सत्ता के लिए बदलती तो हम नीतीश कुमार के नाक का बाल थे। बिहार में हमारे इशारे पर सरकार और मंत्री बनती थी। लेकिन, इनको जब चाटुकारों ने घेर लिया तो हमे यह प्रयोग करना पड़ा। जब संकट के समय में चिराग पासवान के साथ खड़ा थे। चिराग पासवान ने घुटना टेक दिया। नवादा या जहानाबाद सीट से समझौता नहीं होने की बात कहा था। लेकिन न नवादा मिला और न जहानाबाद।
जब जातीय स्वाभिमान पर चोट हुआ, तब खिलाफ में बोला
पूर्व सांसद ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने जो चाहा वह हुआ। हम दलितों और वंचितों के साथ हैं। हमारी लड़ाई से खलबली मची है क्या? होगा यह हम नहीं जानते लेकिन हम नंबर वन पर हैं। जब हमारी जातीय स्वाभिमान पर चोट आता है तभी नीतीश के खिलाफ में बोलने का काम किया है। मैंने नकली डॉक्टरेट नहीं की है। गरीबों के लिए लड़ता हूं। गरीब अगर एंबुलेंस से बड़े शहरों में जाता है तो उसके मरीजों को बेच दिया जाता है। 1100 करोड़ रुपए का ठेका 1600 करोड़ रुपया बनाकर दिया। पटना हाईकोर्ट के साथ साथ सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे रिजेक्ट किया है।
नीतीश कुमार जनता के टैक्स के पैसे को लूटा रहे हैं
पूर्व सांसद ने आरोप लगाया कि सीएम नीतीश कुमार जनता के टैक्स के पैसे को लूटा रहे हैं और उसी के एवज में ऐसे व्यक्ति को टिकट दे रहे हैं जो घोटाला नंबर वन है। हमे उस व्यक्ति से झगड़ा नहीं है हमको नीतीश कुमार से झगड़ा है। मुजफ्फरपुर बालिक गृह कांड के समय नीतीश कुमार के साथ थे। तब भी विरोध किया था। कुकर्म करने वाले के बेटे के जन्मदिन के पार्टी में शामिल होते हैं। नीतीश कुमार को सत्ता पर बैठाने में हमारी जवानी गई है। यहां गरीबों का शोषण हो रहा है और सामाजिक न्याय की बात करते हैं। हम भी सिर में कफन बांधे हैं कि घुटने नहीं टेकेंगे। इसलिए बसपा से ताकत मिली है। अरुण कुमार कमीशन नहीं लेता, फंड नहीं बेचता, नौकरी के नाम पर ठगता नहीं है लेकीन अगर इन अपराधियों का प्रतिनिधित्व करेगा तो अरुण कुमार छाती इस विरोध करेगा।
मेरे न मछली और न ही मंगलसूत्र मुद्दा है
पूर्व सांसद अरुण कुमार ने कहा कि न मंगलसूत्र, न मछली का मुद्दा है मेरे पास जनहित का मुद्दा है। मैं सनातनी हूं लेकिन सेक्युलरिज्म का भी बहुत बड़ा समर्थक हूं। जाति और धर्म के मुद्दे से ऊपर उठकर हमने काम किया है। हमारे कार्यकाल में अतरी विधानसभा को 400 करोड़ नीति आयोग से मिला था। पहले यहां पेपर पर रोड बनता था। मैं काम करता हूं न मैं मंगलसूत्र में फंसा हूं और न गैर डेटेड कोई शादी कर रहा हो, कोई मछली खा रहा हो तो मैं उस पर राजनीत नहीं करता हूं। सनातनी हूं प्रोगेसिव हूं। राम के चरित्र को अपने जीवन में उतारना चाहता हूं ताकि जनता को कुछ खुशी मिलें।