राजद अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को लिखा ‘हिंदी’ में पत्र, चुनावों में नफरती शब्दों के उपयोग पर किया प्रहार
पटना.
राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोी पर फिर से हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि हिंदी भाषा में आज लगभग 1.5 लाख शब्द बताये जाते हैं तथा अध्ययन की सभी शाखाओं में तकनीकी शब्दों को मिलाकर लगभग 6.5 लाख शब्द हैं। लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे पसंदीदा शब्द पाकिस्तान, श्मशान, क़ब्रिस्तान, हिन्दू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद, मछली-मुगल, मंगलसूत्र, गाय-भैंस हैं।
लालू प्रसाद ने कहा कि हालांकि इन शब्दों की लिस्ट पहले दो चरणों के चुनाव होने तक की है। सातवें चरण तक इस लिस्ट में कुछ दो चार नाम और बढ़ सकते हैं। पीएम मोदी नौकरी-रोजगार, गरीबी-किसानी, महंगाई-बेरोजगारी, विकास-निवेश, छात्र-विज्ञान-नौजवान इत्यादि मुद्दे भूल गए हैं। अपनी चुनावी सभा में वह इन सब मुद्दों का जिक्र नहीं करते हैं।
तेजस्वी यादव ने कह दी यह बातें
वहीं लालू प्रसाद के छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जनता पूछ रही है- रोजगार, नौकरी, महंगाई, गरीबी, शिक्षा-चिकित्सा, कृषि-किसान जैसे जनता के ज़िंदा मुद्दों से प्रधानमंत्री मोदी जी मुंह क्यों छुपा रहे हैं? सुपौल में चुनावी जनसभा को करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर जी द्वारा दिए गए 'आरक्षण' एवं 'आरक्षण मॉडल' को मोदी जी खत्म करना चाहते है। बहुसंख्यक आबादी के लिए यह चिंता का विषय है। 14 करोड़ बिहारवासी मर-मिट जाएंगे लेकिन कभी भी पीएम को कर्पूरी जी द्वारा दिए गए आरक्षण एवं बाबासाहेब के संविधान को खत्म नहीं होने देंगे।