दौसा में गर्भवती से दुष्कर्म के बाद हत्या, आक्रोशित लोगों ने आरोपियों के परिवार को जिंदा जलाने का किया प्रयास
दौसा.
दौसा में मेहंदीपुर बालाजी थाना इलाके के नांदरी गांव में गुरुवार रात भीड़ ने जमकर बवाल काटा। मामला था लापता गर्भवती महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या का। मृतक महिला के ससुराल के लोगों ने आरोपी पक्ष के घरों में तोड़फोड़ करते हुए आग के हवाले कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची मेहंदीपुर बालाजी पुलिस पर आक्रोशित भीड़ ने पथराव किया, जिसके चलते पुलिस की जिप्सी के साथ तोड़फोड़ भी की गई। इस सारे घटनाक्रम में सात लोग जख्मी हो गए।
मानपुर डिप्टी एसपी दीपक मीणा ने बताया कि तमाम घायलों का इलाज जयपुर के एसएमएस अस्पताल में जारी है। बताया तो यह भी जा रहा है कि दुष्कर्म करने के बाद छह महीने की गर्भवती महिला को मारने के मामले को लेकर गुरुवार शाम पीड़ित पक्ष के लोगों ने एक पंचायत भी बुलाई थी।उस पंचायत के बाद करीब साढ़े 10 बजे के आसपास मृतक महिला के ससुराल पक्ष के लोगों ने आरोपी पक्ष के घरों पर जाकर तोड़फोड़ करते हुए आगजनी भी की। इस बवाल में सूचना पर पहुंची मेहंदीपुर बालाजी थाना पुलिस के दो पुलिसकर्मी के घायल होने की खबर सामने आई है, जिसकी हम पुष्टि नहीं कर रहे हैं। उधर, मानपुर डिप्टी एसपी दीपक कुमार मीना ने पुलिस कर्मियों के चोटिल होने की खबर का खंडन करते हुए कहा कि इस घटनाक्रम में पुलिस का कोई भी जवान घायल नहीं हुआ है। मेहंदीपुर बालाजी थाना इलाके के नांदरी गांव में तनाव की स्थिति होने के चलते कई थानों का पुलिस बल तैनात किया गया। रात का समय होने चलते दौसा पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाप्ता मौके पर बुलाना पड़ा। मौके की स्थिति देखते हुए दौसा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मय जाप्ता मौके पर पहुंचे।
इधर, मानपुर डिप्टी एसपी दीपक कुमार मीना का कहना है कि लापता महिला हत्या प्रकरण में मामले गत 1 मई को आरोपी जगराम मीणा को मेहंदीपुर बालाजी थाना पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। गुरुवार को नांदरी सरपंच से बात हुई थी। सरपंच ने बताया कि शाम 4 से 5 बजे पंचायत हुई थी। पीड़ित पक्ष कुटुम्ब के लोगों ने यह पंचायत की थी कि आगजनी करने वाले लोग भी मृतक महिला पक्ष के लोग हैं। इस दरम्यान इस घटना में 5 से 7 लोग घायल हुए हैं तथा पुलिस की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई है।
डिप्टी एसपी दीपक कुमार ने बताया कि इस बावल को लेकर मामला दर्ज कराया जाएगा। मेहंदीपुर बालाजी थानाधिकारी गौरव प्रधान ने बताया कि दुष्कर्म के बाद हत्या के प्रकरण मामले में पीड़ित पक्ष के लोगों ने पंचायत करके आरोपी पक्ष के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की। इस तोड़फोड़ और आगजनी में सैकड़ों लोग शामिल थे, जिस समय पीड़ित ने आरोपी पक्ष के घरों में हमला किया, उस समय आरोपी पक्ष के लोग घरों से निकल गए थे। यह तोड़फोड़ और आगजनी आरोपी जगराम मीणा के घरों में हुई है। हालांकि, अभी मामला शांत बताया जा रहा है। लेकिन पुलिस द्वारा इस घटना पर पूरी नजर बनाए हुई है।