राहुल गांधी के बयान पर रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने दर्ज कराई कड़ी आपत्ति
उत्तर प्रदेश
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि राहुल गांधी ने गांधीनगर में अपने भाषण में कहा है कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में भारत की माननीय राष्ट्रपति को आदिवासी होने के कारण आमंत्रित नहीं किया गया था।
चंपत राय ने कहा कि राहुल गांधी के ये वाक्य पूर्णतः असत्य, निराधार व भ्रामक हैं। प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग समाज से जुड़े हुए संत, महापुरुष, गृहस्थजन और भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में यश प्राप्त करने वाले, भारत का गौरव बढ़ाने वाले सज्जनों को आमंत्रित किया गया था। मन्दिर में सेवारत श्रमिक कार्यक्रम में सम्मिलित रहे। अल्पसंख्यक उपस्थित रहे। इतना ही नहीं, प्राण प्रतिष्ठा पूजन विधि के समय मंदिर के गूढ़ मण्डप में अनुसूचित जाति, जनजाति व अति पिछड़ा वर्ग के गृहस्थों को पूजन करने का अवसर मिला।
तीन माह पूर्व सम्पन्न हुए कार्यक्रम के बारे में तथ्यों की खोजबीन किए बिना ही असत्य, निराधार व भ्रामक भाषण समाज में भेदभाव पैदा कर सकता है। भाषण के ये अंश हमारे लिए गम्भीर आपत्तिजनक हैं। यह भी कहा कि जब प्रभु श्रीराम ने अपने जीवन काल में समाज के किसी जाति धर्म के प्रति भेदभाव नहीं रखा तो श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए लगा श्रीराम मंदिर ट्रस्ट भी किसी प्रकार का भेदभाव नहीं कर सकता है।