बिहार में आंधी से उखड़े टेंट, स्ट्रांग रूम में रखने के दौरान बारिश से EVM खराब होने का बढ़ा ख़तरा
पटना/मधेपुरा.
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में बिहार के पांच सीटों पर लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। मधेपुरा में बारिश ने मतदानकर्मियों को काफी परेशान कर दिया। मतदानकर्मी ईवीएम को सील कर स्ट्रांग रूम में रखने जा रहे थे। अचानक तेज हवा के साथ और बारिश आ गई। हवा की गति इतनी तेज थी कि बीएनएमयू के नॉर्थ कैंपस में बने ईवीएम सेंटर में लगे टेंट पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
मतदानकर्मियों ने कड़ी मशक्कत कर ईवीएम को सुरक्षित स्थान पर रख दिया। हालांकि कुछ ईवीएम में पानी जाने की भी आशंका जताई जा रही है। दरअसल, बीएनएमयू के नॉर्थ कैंपस में स्ट्रांग रूम बनाया गया है। यहां मतदान कर्मियों की सुविधा के लिए टेंट लगाया गया है। मंगलवार शाम लगभग 7 बजे तेज आंधी के साथ हुई बारिश के कारण टेंट में पानी घुस आया। ईवीएम लेकर पहुंचे मतदान कर्मी प्लास्टिक से ढंक कर किसी तरह ईवीएम को बचाते नजर आए। इस दौरान नॉर्थ कैंपस के चारों तरफ से एरिया को पूरी तरह से सुरक्षा घेरे में रखा गया। डीएम विजय प्रकाश मीणा, एसडीएम संतोष कुमार एवं अन्य अधिकारी विधानसभावार बनाए गए केंद्र निरीक्षण करते रहे। बारिश शुरू होते ही लगातार माइक से ईवीएम को पानी से बचने का निर्देश दिया जा रहा था। जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी निकिता ने बताया कि बारिश से ईवीएम को किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। सुबह 4 बजे तक स्ट्रांग रूम में ईवीएम जमा किया गया है। स्ट्रांग रूम को सील कर दिया गया है।
बारिश के कारण काफी देर से जमा हुआ ईवीएम
तीसरे मधेपुरा में तीसरे चरण के लिए मतदान निर्धारित समय 7:00 बजे शुरू हुआ और शाम 6:00 बजे तक मतदान हुआ। सभी मतदान केंद्रों पर पीठासीन पदाधिकारी ईवीएम को सील कर मजिस्ट्रेट व पुलिस बलों के साथ उसे जमा करने विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में बने स्ट्रांग रूम की पहुंचे। लेकिन, मतदान समाप्त होने की कुछ ही देर बाद पहले तेज हवा चली फिर वह आंधी में तब्दील हो गई। इस बीच आसमान में बिजली चमकने लगी और मेघ गरजने लगे। देखते ही देखते बूंदाबांदी तेज बारिश में बदल गई 6:45 बजे शुरू हुई बारिश 7:30 बजे तक होती रही। इस बीच ईवीएम जमा करने मधेपुरा जा रहे पीठासीन पदाधिकारी, मजिस्ट्रेट व पुलिस बल जगह-जगह फंसे रहे। बारिश छूटने के बाद ही वह स्ट्रांग रूम की ओर जा सके। ईवीएम जमा करने की प्रक्रिया काफी देर से शुरू हुई और देर रात तक चलती रही।