September 25, 2024

अमित शाह ने झारखंड के खूंटी में एक चुनावी रैली में कहा-PoK की एक-एक इंच जमीन भारत की, इसे कोई ताकत छीन नहीं सकती

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खूंटी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से संबंधित मुद्दे पर "सवालिया निशान उठाने" को लेकर कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि इसकी एक-एक इंच जमीन भारत की है तथा इसे कोई भी ताकत नहीं छीन सकती।

PoK भारत का है, कोई भी ताकत नहीं छीन सकती
अमित शाह ने झारखंड के खूंटी में एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘मणिशंकर अय्यर हमसे कह रहे हैं कि पाकिस्तान का सम्मान करें क्योंकि उसके पास परमाणु बम है। कुछ दिन पहले ‘इंडिया' गठबंधन के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि पीओके के बारे में बात मत करो क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है। मैं कांग्रेस और ‘इंडिया' गठबंधन को बताना चाहता हूं कि पीओके भारत का है और इसे कोई भी ताकत नहीं छीन सकती।''

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "मुझे नहीं पता कि कांग्रेस को क्या हो गया है। संसद में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया था कि पीओके भारत का हिस्सा है। आप (कांग्रेस) अब परमाणु बम के बारे में बात करके पीओके पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। भाजपा का रुख स्पष्ट है कि पीओके की एक-एक इंच जमीन भारत की है और यह भारत का ही रहेगा।''

भ्रष्टाचार को लेकर जमकर घेरा
लोगों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट देने का आग्रह करते हुए शाह ने कहा कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन आकंठ भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। उन्होंने कहा, "झामुमो नीत गठबंधन 300 करोड़ रुपए के भूमि घोटाले, 1,000 करोड़ रुपए के खनन घोटाले, 1,000 करोड़ रुपए के मनरेगा घोटाले और 40 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में शामिल है। हम झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को गरीबों का पैसा हजम नहीं करने देंगे।"

वोट बैंक की राजनीति करती है कांग्रेस
उन्होंने झामुमो और कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। अमित शाह ने कहा, "कांग्रेस ने 70 साल तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में बाधाएं पैदा कीं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने पांच साल में मंदिर का निर्माण किया…राहुल बाबा राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं गए क्योंकि उन्हें अपने 'वोट बैंक' का डर था।" उन्होंने कहा, "मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान किसी आदिवासी को राष्ट्रपति क्यों नहीं बनाया।"

 

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