चौथे चरण के मतदान को लेकर धनगढ़ी- गौरीफंटा बॉर्डर को सील, मालवाहक ट्रकों की लगी कतार
लखीमपुर खीरी
लखीमपुर खीरी जिले में 13 मई को मतदान होना है। इसको लेकर 72 घंटों के लिए नेपाल सीमा सील कर दी गई है। शनिवार को एसएसबी व नेपाल एपीएफ ने बॉर्डर पर कड़ी निगरानी रखी। महानगरों से लौटे नेपाल जाने वाले लोग जहां जंगल रास्ते से होकर नेपाल पहुंचे। वहीं भारतीयों को सीमा सील होने से बॉर्डर से लौटा दिया गया। सीमा बंद होने से गौरीफंटा बॉर्डर पर मालवाहक वाहनों की भी लंबी लाइन लग गई है।
लोकसभा चुनाव को लेकर लखीमपुर खीरी में 13 मई को मतदान है। जिसके चलते शुक्रवार की शाम पांच बजे के बाद नेपाल बॉर्डर सील कर दिया गया। बॉर्डर 13 मई की शाम मतदान खत्म होने के बाद ही खुलेगा। सीमा सील होने के दूसरे दिन शनिवार को पैदल व वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहा। भारतीय व नेपाली नागरिकों को बार्डर मुख्य मार्ग से आने पर पूरी तरह से रोक लगी रही। इमरजेंसी सेवाओं में केवल एम्बुलेंस को ही आने-जाने की छूट दी गई।
जंगल मार्ग से नेपाल पहुंचे लोग
उधर, भारतीय महानगरों से नेपाल लौटने वाले सैकड़ों लोग बॉर्डर तक आए। कस्टम व वन विभाग के कार्यालयों के पीछे जंगल मार्ग से होकर नेपाल पहुंचे। वहीं धनगढ़ी से वोट डालने के लिए आने वाले कई भारतीयों को सीमा सील बताते हुए बॉर्डर से वापस लौटा दिया, जिससे उनमें रोष है। बॉर्डर बंद होने से नेपाल जाने वाले दूरदराज शहरों से आए मालवाहक वाहनों की संख्या बढ़ने से लाइन लगी रही।
वाहन चालकों को तीन दिन तक फंसने से खाने-पीने की परेशानी हो सकती है। सीमा सील होने के चलते नेपाली ग्राहकों की बनगवां मंडी में भी कुछ ही दुकानें खुली नजर आईं, लेकिन ग्राहक न आने से सन्नाटा पसरा रहा। एसएसबी के सहायक कमांडेंट सतीश कुमार ने बताया कि बार्डर पर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। सीमा सील का अनुपालन कराया जा रहा है।