November 15, 2024

राहुल गांधी करते हैं इनकार तो कौन बनेगा कांग्रेस अध्यक्ष? मुकुल वासनिक भी रेस में आए

0

 नई दिल्ली।
 
अगर राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं होते हैं तो अगला अध्यक्ष कौन बनेगा? भारतीय राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले लोग इस सवाल का जवाब ढ़ंढ रहे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम रेस में आगे चल रहा था। इस बीच गुरुवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने जेपी अग्रवाल को प्रदेश का प्रभारी बनाकर कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक को उनकी मध्य प्रदेश की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है। हालांकि, वासनिक को संगठनात्मक पद पर बरकरार रखा गया था।

सोनिया गांधी के इस कदम के साथ ही मुकुल वासनिक का नाम रेस में आ गया है। हालांकि, इस मुद्दे पर एआईसीसी चुप्पी साध रखा है। पार्टी के एक नेता ने कहा, "अगर राहुल गांधी संगठन का चुनाव लड़ने से इनकार करते हैं और अशोक गहलोत भी इच्छुक नहीं होते हैं तो एक स्टैंडबाय व्यवस्था के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए मुकुल वासनिक को एमपी के प्रभार से मुक्त किया गया होगा।" हालांकि एक दूसरे नेता ने कहा, "मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश के प्रभारी के पद से मुक्त कर दिया गया है क्योंकि वह राज्यसभा सदस्य बनने के बाद अपना काम कम करना चाहते हैं। इसके अलावा इसमें कुछ नहीं है।"

आपको बता दें कि नई नियुक्ति के बारे में गुरुवार को कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल ने पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के महासचिव मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश के प्रभारी के रूप में उनकी वर्तमान जिम्मेदारी से मुक्त करने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है, ताकि वे अन्य संगठनात्मक मामलों की देखरेख कर सकें। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष के निर्देश पर तत्काल प्रभाव से जयप्रकाश अग्रवाल को एमपी का प्रभारी नियुक्त किया है।

मुकुल वासनिक एआईसीसी के महासचिव बने रहेंगे। पत्र में एमपी के प्रभारी महासचिव के रूप में वासनिक के योगदान की सराहना की गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर नए प्रभारी को बधाई दी है। उन्होंने लिखा कि जय प्रकाश अग्रवाल को मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी बनाए जाने पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। उम्मीद करता हूं कि उनकी संगठन क्षमता का लाभ मध्यप्रदेश कांग्रेस को मिलेगा व संगठन को और मज़बूती व गतिशीलता मिलेगी।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *