‘दुबई में 29700 भारतीयों ने संपत्ति खरीद रखी, सबसे ज्यादा भारतीयों ने खरीदी सम्पति, कंगाल पाकिस्तानियों ने भी तोड़ा रिकार्ड
दुबई
दुबई में सम्पति खरीद को लेकर कई देशों के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। वैश्विक खोजी पत्रकारिता प्रोजेक्ट की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि किन-किन देशों से लोग दुबई में प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं। इस रिपोर्ट में दुबई में 2020-22 तक सैकड़ों हजारों संपत्तियों और उनके मालिक की जानकारी दी गई है। 'दुबई अनलॉक्ड' की रिपोर्ट में जारी इस लिस्ट में राजनीतिक हस्तियां, प्रतिबंधित लोग और कई अपराधी शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक दुबई में आवासीय प्रॉपर्टी खरीदने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं क्योंकि UAE में सबसे ज्यादा भारतीय रहते हैं जबकि पाकिस्तानी दूसरे नंबर पर है।
'दुबई अनलॉक्ड' के मुताबिक यहां 29700 भारतीयों ने संपत्ति खरीद रखी है। उनके पास कुल 35000 प्रॉपर्टी हैं। इन संपत्तियों की अनुमानित कीमत 17 अरब डॉलर है। वहीं 17000 पाकिस्तानी 23000 संपत्तियों के मालिक हैं। इस रिपोर्ट में 2020 से 2022 तक के डेटा का इस्तेमाल किया गया है। इस डेटा में निवास की स्थिति, आय के स्रोत, किराए के आय की घोषणा शामिल नहीं है। रिपोर्ट में जियो न्यूज के हवाले से बताया गया कि बेशक पाकिस्तान के आर्थिक हालात कंगाली वाले हैं लेकिन वहां रईसों की कमी नहीं है। इनके आलीशान बंगले और घर दुबई में है। दुबई अनलॉक्ड ने बताया है कि पाकिस्तानियों की कुल प्रॉपर्टी की कीमत लगभग 11 अरब डॉलर है।
रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर से ऐसे लोगों ने भी यहां की प्रॉपर्टी में निवेश किया है, जिन पर वैश्विक स्तर पर प्रतिबंध और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। आर्थिक अपराधी अपने काले पैसे को यहां के रियल एस्टेट में ठिकाने लगा रहे हैं लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि हर कोई जो दुबई में निवेश कर रहा है उसके पास काला धन ही है। इसके अलावा डेटा में नाम होना वित्तीय धोखाधड़ी का सबूत नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका का न्यूयॉर्क और लंदन का रियल एस्टेट भी 'डर्टी मनी' को आकर्षित करता है। लेकिन जिन लोगों को पश्चिमी देशों में प्रतिबंधों का खतरा है वह दुबई में प्रॉपर्टी लेना पसंद करते हैं।