FIR में बोलीं स्वाति मालीवाल- बिभव ने शरीर के कई हिस्से पर हमला किया, पेट और प्राइवेट पार्ट पर मारी लात
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ अभद्रता और बदतमीजी ही नहीं हुई, बल्कि खतरनाक तरीके से हमला हुआ। स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को जो शिकायत दी है उसमें बेहद गंभीर आरोप लगाए गए हैं। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ने कहा है कि बिभव कुमार ने बिना किसी उकसावे के उन पर हमला किया और बुरी तरह पीटा। स्वाति ने यहां तक कहा है कि बिभव ने शरीर के कई हिस्से पर हमला किया। वह दर्द से चींखती रहीं, लेकिन उसे रहम नहीं आई।
स्वाति ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह 13 मई को सीएम आवास गईं थीं। बिभव कुमार से मुलाकात या बात नहीं हो सकने पर वह सीएम के आवास में चली गईं और उनसे मुलाकात के इंतजार में डॉइंग रूम में बैठी थीं। स्वाति के मुताबिक, सीएम उनसे मिलने वाले थे, लेकिन तभी अचानक केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार कमरे में घुस आए। उन्होंने बिना किसी उकसावे के चीखना शुरू कर दिया और गाली भी दी। उन्होंने कहा, 'तू कैसे हमारी बात नहीं मानेगी? कैसे नहीं मानेगी? ***** तेरी औकात क्या है कि हमको न कर दे।'
स्वाति का कहना है कि इससे पहले कि वह कुछ समझ पातीं कि बिभव ने हमला कर दिया। स्वाति ने लिखा, 'उन्होंने मुझे थप्पड़ मारने शुरू कर दिए। मुझे कम से कम 7-8 बार थप्पड़ मारे। मैं लगातार चिल्ला रही थी। मैं बिल्कुल सदमे में थी और बार-बार मदद के लिए चिल्ला रही था। खुद को बचाने के लिए मैंने उन्हें अपने पैरों से दूर भगाया। उस समय वे मुझ पर झपटे और मुझे बेरहमी से घसीटा।' स्वाति ने यहां तक कहा कि उनकी शर्ट के बटन तक खुल गए थे, इसके बावजूद बिभव नहीं रुके। एफआईआर के मुताबिक स्वाति ने कहा है कि आरोपी ने उनकी छाती, पेट और पेल्विस एरिया में लात मारी।
स्वाति ने कहा, मैं लगातार मदद के लिए चिल्ला रही थी। मैं बहुत दर्द में थी और मेरी शर्ट ऊपर आ रही थी लेकिन वह फिर भी मुझ पर हमला करता रहा। मैं बार-बार कह रही थी कि मेरे पीरियड्स चल रहे हैं और वह मुझे छोड़ दो, मैं दर्द में हू। उसने बार-बार पूरी ताकत से मुझ पर हमला किया। मैं किसी तरह से छूटने में कामयाब रही। फिर मैं ड्राइंग रूम के सोफे पर बैठ गई और जमीन से अपना चश्मा उठाया। मैं इस हमले से बहुत सदमे में थी। मैंने 112 नंबर पर कॉल करके घटना की सूचना दी।' मालीवाल ने कहा कि बाद में भी बिभव ने उन्हें धमकी दी और कहा कि तुम कुछ नहीं बिगाड़ पाओगी।
स्वाति ने कहा कि वह पुलिस थाने तक गईं लेकिन बेहद दर्द में होने की वजह से वापस घर चली गईं। घटना को अपने जीवन का सबसे कठिन समय बताते हुए स्वाति ने कहा, 'मेरे लिए यह बहुत दर्दनाक है। यह मेरे जीवन का सबसे कठिन समय है। दर्द, आघात ने दिमाग को सुन्न कर दिया है। हमले के बाद से मेरे सिर और गर्दन में लगातार दर्द हो रहा है। मेरी बांहें बहुत दुख रही हैं और पेट में भी दर्द हो रहा है। मुझे चलने में भी दिक्कत हो रही है। मुझे एक ऐसे व्यक्ति द्वारा बेरहमी से पीटा गया जिसे मैं लंबे समय से जानती हूं। मैं इस घटना से बहुत परेशान हूं और मुझे इस बात का दुख है कि कोई ऐसा गुंड़ा व्यवहार कर सकता है। मैं पूरी तरह से टूट गई हूं। मुझे खुद को संभालने और लिखित शिकायत के माध्यम से मामले की रिपोर्ट करने में 3 दिन लग गए। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि कृपया इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करें।'