भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार आलमगीर आलम ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा, 6 साल के लिए पार्टी से हुए निष्कासित
रांची
भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन को सौंपा और उनके इस्तीफे को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा है। इस पत्र के आलोक में कुछ देर में राजभवन से आदेश जारी होगा।
6 सालों के लिए पार्टी से निष्कासित
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सीता सोरेन को पार्टी के सभी पदों से मुक्त किया। उन्हें पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित भी किया गया है। सीता स्वयं भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने अपने चुनाव प्रचार में के दौरान शिबू सोरेन परिवार और झारखंड मुक्ति मोर्चा पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। बता दें कि ईडी ने टेंडर कमीशन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को समन जारी किया था और ईडी ने उन्हें 14 मई को ईडी की रांची स्थित जोनल कार्यालय में पूछताछ के लिए भी बुलाया था।
ईडी ने बरामद की थी 35न करोड़ से ज्यादा की संपत्ति
उनके निजी सचिव संजीव लाल की पत्नी रीता लाल को भी ईडी ने अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था। बता दें कि आलगीर आलम के निजी संजीव लाल व उनके नौकर जहांगीर आलम के ठिकानों से ईडी ने 35 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामदगी की थी चुकी है और इसके बाद से ही ईडी का शक आलमगीर पर गहरा गया।