आजादपुर मार्केट में ढही इमारते के मलबे से कैसे बचाए गए कांग्रेस और अंग्रेज
नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली के आजाद मार्केट में शुक्रवार सुबह चार मंजिला निर्माणाधीन इमारत ढह गई। सूचना पर पहुंचे दिल्ली दमकल विभाग के कर्मियों ने मलबे में दबे चार लोगों को बाहर निकालकर पास के अस्पताल में भर्ती कराया है। वहीं मलबे से निकाले गए लोगों के अजब-गजब नाम सामने आए हैं।
घायलों के अजब गजब नाम
मौके पर मौजूद संतोष यादव, अमर और दिलखुश ने बताया कि कुल मिलाकर सात लोग इमारत में काम कर रहे थे। इनके तीन साथी अमरजीत, नीतीश यादव और कांग्रेस यादव अस्पताल में भर्ती है। वहीं, इनके सातवें साथी का नाम अंग्रेज़ यादव है और वह भी सुरक्षित हैं।
साथियों ने निकाला मजदूरों ने
बता दें कि सभी इस बिल्डिंग में पिछले ढाई महीने से काम कर रहे थे। हादसे के दौरान मजदूर पांचवीं मंजिल पर माल ढो कर ले जा रहे थे। ये श्रमिक पांचवीं मंजिल पर ही थे इसी दौरान इमारत भरभराकर ढह गई। किसी तरह सात में से चार श्रमिक निकलने में कामयाब हो गए, लेकिन इनके तीन साथी फंसे रह गए। जिन्हें ये खुद निकालकर अस्पताल लाए हैं।
किसी की नहीं गई जान
उधर, पुलिस अधिकारी का कहना है कि घायलों में से किसी की मौत नहीं हुई है। दमकल विभाग के कर्मियों व राहत बचाव से जुड़ी अन्य एजेंसियों ने मलबे में फंसे लोगों को निकाल लिया। दमकल अधिकारियों ने बताया कि घटना शुक्रवार सुबह 8.30 बजे की है। दमकल विभाग को आजाद मार्केट के शीश महल के पास निर्माणाधीन चार मंजिला इमारत के गिरने की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंची और राहत और बचाव का कार्य किया।
इसके साथ ही स्थानीय पुलिस व अन्य सिविक एजेंसी और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गईं। उसके बाद मलबे में फंसे लोगों को निकालने का काम शुरू हुआ। मलबे से चार लोगों को निकालकर तुरंत अस्पताल भेजा गया। जहां सभी का इलाज चल रहा है। करीब आधे घंटे बाद दमकल अधिकारी रविंद्र ने बताया कि चार घायलों को मलबे से निकाल लिया गया है।