हाइवे पर कब चिन्हित होंगे ब्लैक स्पॉट आये दिन हो रही मौतें
नरसिंहपुर
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के अंतर्गत आने वाले दो स्टेट हाईवे जिसमें 44 और 22 इनमें आए दिन हादसे हो रहे हैं और एक निश्चित जगह पर ही लगातार एक्सीडेंट होते जा रहे हैं इसके बावजूद भी इन जगहों को चिन्हित कर ब्लैक स्पॉट या यहां पर सुरक्षा संबंधी कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है जैसे कि स्टेट हाईवे नंबर 44 पर साइखेड़ा खेमरिया कृषि फार्म के पास आए दिन मौत का तांडव मचा हुआ है अभी तक उक्त जगह पर 10 से अधिक मौतें हो चुकी हैं अभी फिलहाल कुछ दिन पूर्व दो बाइक आपस में टकराई और चार लोगों की मौत हो गई इसके पूर्व में भी एक बस और बाइक की टक्कर में दो मौत हो चुकी ऐसा ही पूर्व में ही उक्त जगह पर अन्य घटनाएं भी हो चुकी हैं आखिर एक जगह पर ही ऐसे हादसे क्यों हो रहे हैं इस पर जिम्मेदार लोग क्यों उक्त जगह की जांच कराकर उसको निश्चित नहीं करते कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है।
ऐसा ही स्टेट हाईवे नंबर 22 पर पनागर टर्निंग के पास और कामती मोड़ के पास आए दिन हादसे होते हैं यहां भी लगभग दर्जनों मौतें हो चुकी हैं आखिर हाईवे पर ऐसी जगह जहां पर लगातार हादसों की बात सुनने को आती है क्यों विशेष व्यवस्थाएं नहीं की जा रही है बेलखेड़ी के पास भी आये दिन इस तरह से हादसे हो रहे हैं।
क्या समाचार पत्रों के माध्यम से और सूचनाओं के माध्यम से जो जगह है जहां पर बार-बार एक्सीडेंट हो रहे हैं और लोगों की मौत हो रही है उनको चिन्हित क्यों नहीं किया जा रहा है।
यह बहुत बड़ा चिंतन का विषय है स्टेट हाईवे नंबर 22 और 44 की दयनीय स्थिति खासकर करेली से लेकर पिपरिया के मध्य तक किसी से छुपी नहीं है ऐसा ही कमती चौराहे से लेकर झीकोली तक भी उक्त हाईवे की हालत कहीं छुपी नहीं है लगातार कई वर्षों से देवरी मिढ़वानी साईंखेड़ा जनपद के पास पानी बहने के कारण सड़क पर गड्ढे वह गड्ढे हमेशा ही बने रहते हैं।
पनागर के पास नाग मंदिर के पास भी इसी तरह सड़क में गड्ढे बने हुए हैं क्या इनका पूर्ण रूप से सुधार नहीं हो सकता आंखें कब खोलेंगे जिम्मेदार लोग कब इन तरफ ध्यान देंगे। कब रुकेगा मौत का तांडव सड़क सुधार होगा या आमजन यू ही स्वर्ग सिधारते रहेंगे। जनहित पर चिंतन कब होगा।