गया के पांच वर्षीय छात्र मिहिर की हत्या का खुला राज, शरीर पर मिले फिंगर प्रिंट से आरोपी को दबोचा
गया.
गया के चर्चित पांच वर्षीय छात्र मिहिर हत्याकांड का गया पुलिस ने खुलासा कर दिया है। छात्र के शरीर पर मिले आरोपी के फिंगर प्रिंट के कारण पुलिस आरोपी तक पहुंच पाई है। स्कूल में 12 वर्षीय छात्र मीहिर कुमार की पिटाई की गई थी, जिससे छात्र की मौत हो गई। साक्ष्य छुपाने आरोपी ने छात्र के शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था। फिलहाल पुलिस ने स्कूल संचालक के पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के संबंध में सीनियर एसपी आशीष भारती ने बताया कि आठ मई को 12 वर्षीय छात्र मिहिर का शव गया-किउल रेलखंड के रेलवे ट्रैक पर मिला था। छात्र के परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस स्कूल संचालक पर मुकदमा दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की गई। उसके बाद अनुसंधान शुरू किया गया। इस दौरान पुलिस टीम वैज्ञानिक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आरोपी तक पहुंची और अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी स्कूल संचालक का पुत्र हर्ष कुमार है।
पहले भी स्कूल में छात्रों की होती थी पिटाई
घटना के संबंध में सीनियर एसपी आशीष भारती ने बताया कि पुलिसिया जांच के दौरान पता चला कि वजीरगंज थाना क्षेत्र में स्थित इंदिरा गांधी बेसिक स्कूल में छात्रों के साथ आए दिन मारपीट की घटना होते रहती थी। पूर्व में भी इस तरह की शिकायत अभिभावकों द्वारा किया गया था। उस दिन भी छात्र मिहिर कुमार के साथ मारपीट की घटना हुई थी। इस घटना में मिहिर की मौत हो गई। साक्ष्य को छुपाने के लिए स्कूल संचालक के पुत्र हर्ष कुमार अपने सहयोगियों के साथ छात्र मिहिर के शव को रेलवे ट्रैक के पास फेंक दिया था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी हर्ष कुमार स्कूल में छात्रों को पढाता था। छात्र के शरीर पर आरोपी के फिंगर प्रिंट मिले थे, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच करते हुए कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद घटना में शामिल अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस छानबीन कर रही है।
यह था मामला
आठ मई को वजीरगंज थाना क्षेत्र से अहले सुबह स्कूल बस से 12 वर्षीय छात्र मिहिर स्कूल गया था। जब समय पर वह घर वापस नहीं लौटा तो परिजन पूछताछ करने स्कूल पहुंच गए, लेकिन अभिभावकों को स्कूल प्रबंधन घंटों गुमराह करते रहे। काफी खोजबीन के बाद मिहिर का शव गया-किउल रेल खंड के मनैनी और अढ़वां रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर बरामद हुआ। शव मिलने के बाद मिहिर के पिता विकास कुमार ने वजीरगंज थाने में स्कूल संचालक के खिलाफ आवेदन दिया।
क्या लिखा आवेदन में
मिहिर के पिता विकास कुमार ने आवेदन में लिखा कि मिहिर इंदिरा गांधी बेसिक स्कूल में 5 वीं कक्षा का छात्र था। प्रतिदिन की तरह वह स्कूल बस से सुबह स्कूल गया था। स्कूल में 11 बजे छुट्टी होने के बाद वह वापस स्कूल बस से ही घर लौटता था। 11 बजे छुट्टी हो जाती है। उस दिन जब वह स्कूल से नहीं लौटा तो कुछ देर इंतजार करने के बाद स्कूल पहुंच कर पूछताछ की, लेकिन स्कूल के संचालक रविश कुमार ने बताया कि बच्चा स्कूल नहीं आया है। इस बात की जानकारी मिलते ही मिहिर की खोजबीन शुरू कर दी गई। काफी तलाश के बाद भीउसका कहीं कोई अता-पता नहीं चल पाया। काफी देर बाद रविश कुमार ने बताया कि उसे ईचुआ की तरफ देखा गया है। उसके बताने के बाद लोग मिहिर की तलाश ईचुआ की तरफ करने लगे, लेकिन उधर भी वह नहीं मिला। फिर उसने बताया कि मनैनी के तरफ देखा गया। फिर सभी लोग मनैनी की तरफ ढूंढते लगे। इसी बीच मनैनी के तरफ रेलवे ट्रैक के किनारे मिहिर का शव पड़ा हुआ मिला। उसके शरीर पर चोट के निशान मिले। विकास कुमार का कहना है कि संचालक ने ही हत्या कर रेलवे ट्रैक के किनारे शव को फेंक दिया है।