माओवाद के आगे कायर भाजपा सरकार ने घुटने टेके
नक्सल मामले में भाजपा सरकार की ना कोई ठोस नीति है न नियत
*मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री और गृहमंत्री के बयानों में विरोधाभास*
रायपुर 22 मई 2024। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा सरकार की अकर्मण्यता के चलते पांच महीनों में नक्सल मामलों में कोई ठोस नीति नहीं बन पाई है। अपनी नाकामी पर परदेदारी करने भाजपा के नेता मंत्री रोज-रोज नए जुमलेबाजी करके प्रभावितों को अपमानित कर रहे हैं। गृह मंत्री कभी वीडियो कॉल पर बात करने की बात करते हैं, कभी लाल भाजी का खाने का न्योता देते हैं तो अब गूगल फॉर्म जारी कर सलाह मांग रहे हैं इससे स्पष्ट है कि नक्सल नियंत्रण में भाजपा सरकार अब तक असफल है। प्रदेश के गृहमंत्री द्वारा गूगल फॉर्म जारी कर नक्सलियों से अनुरोध करना शाहिद पीड़ित और और प्रभावित हो के जख्म में नमक छिड़कने के समान है। गृह मंत्री के कृत्य से स्पष्ट है कि भाजपा सरकार नक्सल मामलों में पूरी तरह से घुटनों पर आ गई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने विकास विश्वास और सुरक्षा की नीति को अपनाकर छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया था। बस्तर में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सड़क और पुल पुलिया निर्माण के ऐतिहासिक कार्य हुए, भाजपा सरकार में बंद किए सैकड़ो स्कूलों को खोल कांकेर और गीदम में मेडिकल कॉलेज खोले गए, वन उपज की खरीदी और प्रसंस्करण में ऐतिहासिक काम हुए, डीआरजी में दुर्गा और दंतेश्वरी बटालियन, एनएमडीसी की भर्ती परीक्षा बस्तर में कराने की व्यवस्था की, जिसका ही परिणाम था कि नक्सली घटनाओं में 68 प्रतिशत और शहादत में 80 प्रतिशत की कमी दर्ज की की गई थी, अब डबल इंजन की सरकार आते हैं एक बार फिर स्थानीय आदिवासियों पर अत्याचार शुरू हो गए 1 जनवरी को 6 महीने की बच्ची को गोली लगी, 25 फरवरी को कांकेर के कोयलीबेड़ा में आदिवासियों को गोली मार दी गई, मृतक के परिजनों ने उनके आधार कार्ड मनरेगा जॉब कार्ड सार्वजनिक कर न्याय की अपील की कांग्रेस ने राजभवन तक ज्ञापन दिया, बीजापुर में भी फर्जी मुठभेड़ के मामले सामने आए, नारायणपुर में झलियामार जैसी यौन शोषण की घटना छात्रावास स्कूल में हुआ, 8 दिन तक एफआईआर तक नहीं लिखा गया, बीजापुर में मोटार्ड के फटने से दो मासूमों की जान गई लेकिन सरकार न जांच के लिए तैयार है और ना ही कोई मुआवजा किसी पीड़ित के परिजनों को अब तक दी गई, उल्टे नक्सलियों से सुझाव मांग कर पीड़ितों को अपमानित कर रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि नक्सलवाद एक संवेदनशील मुद्दा है विष्णुदेब साय सरकार को गंभीर पहल करना चाहिए। समर्पण के लिए प्रेरित कीजिए लेकिन महिमा मंडल अनुचित है गृह मंत्री के आचरण से शहीदों और उनके परिजनों का अपमान हो रहा है सुरक्षा बलों का मनोबल टूट रहा है।