यूपी में लोकसभा का चुनाव अंतिम दो चरणों में पहुंचने के साथ ही बेहद रोचक हो गया है, भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई
प्रतापगढ़
यूपी में लोकसभा का चुनाव अंतिम दो चरणों में पहुंचने के साथ ही बेहद रोचक हो गया है। समाजवादी पार्टी को राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल का समर्थन मिलने से जहां भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव गदगद हैं। गुरुवार को अखिलेश यादव प्रतापगढ़ में सपा प्रत्याशी एसपी सिंह पटेल के लिए सभा करने पहुंचे तो राजा भैया की पार्टी का झंडा और टोपी देखकर इशारों में थैक्यू भी बोल दिया। इस दौरान सपा के मंच से ही जनसत्ता दल जिंदाबाद के नारे भी लगे। अखिलेश ने यहां तक कहा कि जो लोग थोड़ा बहुत नाराज रहते थे वह भी साथ आ गए हैं।
अखिलेश ने रैली में लहरा रहे राजा भैया की पार्टी के झंडों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अब चारों तरफ से समर्थन मिल रहा है। कांग्रेस और आप का समर्थन मिल गया। जो लोग (राजा भैया) थोड़ा बहुत नाराज रहते थे वह भी आज कल साथ आ गए हैं। यहां से जो बीजेपी वाले सांसद हैं रो रहे हैं। रो इसलिए रहे हैं क्योकि वह लाखों वोटों से हार रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि जिन दलों ने हमारा साथ देने का फैसला कर लिया है, सभी का धन्यवाद देता हूं और आभार भी जताता हूं। कहा कि संविधान बचाने की लड़ाई में जब हम निकल चुके हैं हमे पूरा भरोसा है कि जब इतना बड़ा समर्थन मिल गया है तो आपका संविधान भी बचेगा और दिल्ली की सरकार भी हट जाएगी।
अखिलेश की रैली से एक दिन ही पहले बुधवार को राजा भैया की पार्टी के जिला अध्यक्ष राम अचल वर्मा ने सपा प्रत्याशी को अपने समर्थन देने का ऐलान किया था। उन्हें इस बाबत पत्र देते हुए अखिलेश की रैली में समर्थकों के साथ जाने की भी घोषणा की थी। कुछ दिन पहले राजा भैया ने न्यूट्रल रहने का ऐलान किया था। किसी को समर्थन नहीं देने की बात कही थी। साथ ही समर्थकों को अपने विवेक से किसी को भी वोट देने और समर्थन देने की छूट दे दी थी।
इसके बाद पिछले दिनों अनुप्रिया पटेल ने राजा भैया पर सीधा हमला किया तो समर्थक भाजपा के खिलाफ लामबंद होने लगे थे। अनुप्रिया के बयान का राजा भैया ने पलटवार भी किया और कौशांबी में वोटिंग के बाद यह कह दिया था कि भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ भारी नाराजगी है। राजा भैया का यह इशारा उनके समर्थकों के लिए काफी था। इसके बाद जनसत्ता दल के कार्यकर्ताओं ने बैठकों का दौर तेज किया सपा को समर्थन के लिए जुट गए।