संवेदनशीलता मतलब हर लिंग का व्यक्ति दूसरे लिंग चाहे पुरुष हो या महिला के प्रति रखे सम्मान का भाव : डा. अनन्या
रायपुर
गुरुकुल महिला महाविद्यालय कालीबाड़ी में महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, महिला शिकायत एवं अन्वेषण प्रकोष्ठ , कंप्यूटर विभाग एवं जेसीई संगवारी रायपुर द्वारा संयुक्त रुप से लेगिंग संवेदनशीलता विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में जेसीआई सीनेटर डॉक्टर अनन्या मिश्रा नेशनल चैनल द्वारा विषय की जानकारी छात्राओं को देते हुए कहा कि लैंगिक संवेदनशीलता का मतलब हर लिंग का व्यक्ति दूसरे लिंग चाहे पुरुष हो या महिला के प्रति सम्मान का भाव रखे। लिंग भेद को दूर कर एक-दूसरे के प्रति सम्मान का भाव होना ही लैंगिक संवेदनशीलता है।
उन्होंने कहा कि आज महिला पुरुषों से किसी भी मामले में कम नहीं समझती और ये बात हम प्रत्येक दिन सुनते हैं, बोलते हैं और पुस्तकों में पढ़ते भी हैं लेकिन असल में जब देखते है तो जीवन में इसका अनुसरण बहुत कम लोग ही कर पाते है। जीवन के हर रहा पर पुरुष चाहे-अनचाहे महिलाओं को उनके महिला होने का एहसास कराने से नहीं चूकता। यही एहसास लैंगिक संवेदनहीनता को जन्म देती है और इसी को खत्म करने के लिए जेंडर सेंसेटाइजेशन यानी लैंगिक संवेदनशीलता हमारे सोसायटी में जरूरी है और आज व्यक्ति को समझने की जरूरत है कि चाहे कोई भी लिंग क्यो न हो समान व्यवहार करना चाहिए, साथ ही उन्होंने कहानी के माध्य्म से इस विषय को समझाया भी। इस दौरान छात्राओं से प्रश्न भी पूछे गए और सही उत्तर देने वाली छात्राओं को पुरस्कृत भी किा गया।
इस अवसर पर जेसीई रायपुर संगवारी द्वारा प्रचार्य डॉ. संध्या गुप्ता, कार्यक्रम अधिकारी रात्रि लहरी व ट्रेनर श्रद्धा नायक को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में रायपुर संगवारी से जेसीई पी. वेंकट राव अध्यक्ष, जेसीई वीक के प्रोग्राम डायरेक्टर अमित बुलवानी, ईपीपी घनश्याम सिन्हा, चंद्रकांत देवांगन, रीतू सिन्हा, रजनी चंदवंशी, विपिन अग्रवाल, रूपेश रंगड़ाहले, श्रद्धा नायक, भास्कर साहू व महाविद्यालय के प्राध्यापक व प्रचार्य डॉ सन्ध्या गुप्ता, महिला सेल की प्रभारी डॉ वंदना अग्रवाल, अनुराधा गुप्ता, रूखमणी दिग्रासकर, पूनम व छात्राएं उपस्थित थी।