गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स से पीछे हट रही भारत-चीन की सेना, लद्दाख जाकर आज आर्मी चीफ लेंगे जायजा
नई दिल्ली।
भारत और चीने के बीच करीब दो वर्षों से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों देशों के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है। कूटनीतिक चैनल के जरिए भी दोनों देशों के संबंधों को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की संभावित मुलाकात से एक सप्ताह पहले कल एक अच्छी खबर यह आई कि दोनों देशों की सेनाएं गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र से पीछे हट रही हैं। 12 सितंबर तक इस इलाके को खाली कर दिया जाएगी। आज स्थिति का जायजा लेना सेना प्रमुख मनोज पांडेय खुद लद्दाख का दौरा करने वाले हैं।
आपको बता दें कि 16वें दौर की बैठक 17 जुलाई को हुई थी। भारत द्वारा जल्द ही इस मुद्दे पर एक बयान जारी करने की संभावना है। वार्ता के तुरंत बाद सरकारी सूत्रों ने कहा था कि यह संभावना है कि भारत अपने पोस्ट को करम सिंह हिल फीचर की ओर ले जा सकता है। वहीं, चीनी सैनिक उत्तर की ओर वापस जा सकते हैं।
मई 2020 में चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी। इसके बाद से दोनों देशों के सैनिक पैट्रोलिंग पॉइंट 15 के पास एक दूसरे के विपरीत तैनात हैं। पिछले महीने भारत और चीन की सेना ने एक डिवीजन कमांडर-स्तरीय बैठक की। दोनों ही देशों ने लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति बनाए रखने के लिए विस्तार से चर्चा की।