November 26, 2024

भारत के अन्य राज्यों के साथ साथ इस बार उत्तर पूर्वी राज्यों में भी भयानक गर्मी पड़ रही, असम में हीटवेव अलर्ट जारी

0

असम
भारत के अन्य राज्यों के साथ साथ इस बार उत्तर पूर्वी राज्यों में भी भयानक गर्मी पड़ रही है। देशभर के अन्य राज्यों की तुलना में यहां सामान्य तापमान में सबसे अधिक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। असम की राजधानी गुवाहाटी में तो पारा 40 डिग्री तक पार कर गया है। इसके चलते भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी ) ने यहां हीटवेव अलर्ट जारी कर दिया है। हाल फिलहाल के वर्षों में देखें तो यह असम का पहला हीटवेव अलर्ट है।   गुवाहाटी में शनिवार का दिन सबसे गर्म रहा। 1960 के बाद ऐसा पहली बार था जब तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह सामान्य तापमान से करीब 8 डिग्री ज्यादा था। इससे पहले 1960 में मई महीने में तापमान एक बार 40.3 डिग्री सेल्सियस तक पारा पहुंचा था ,जो मई में यहां पर अब तक का सबसे अधिक तापमान था।

स्कूल की टाइमिंग में बदलाव करने की बात
आईएमडी के हीटवेव अलर्ट के बाद असम के शिक्षा विभाग ने भी सभी जिला प्रशासनों को कुछ दिशा निर्देश भेजे हैं। उन्होंने बच्चों के लिए स्कूल की टाइमिंग में बदलाव करने की बात कही है। उनके अनुसार सुबह जितना जल्दी हो सके बच्चों को स्कूल बुला लिया जाए ताकि दोपहर होते ही उनकी जल्दी छुट्टी कर दी जाए। हीटवेव के दौरान लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए असम सरकार ने भी अपनी एक हेल्थ एडवाइजरी जारी की है। दरअसल, ये हाल केवल असम का ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर पूर्वी इलाके का है। अरुणाचल और मेघालय में तो कई जगह सामान्य तापमान से करीब 7 डिग्री ज्यादा का तापमान देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह इस क्षेत्र में अंधाधुंध की जा रही पेड़ों की कटाई का ही नतीजा है।

जानें कब तक बारिश के आसार
मौसम में कुछ राहत को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि रेमल चक्रवात के कारण इस पूरे इलाके में 26 से 28 मई के बीच बारिश होने के आसार हैं। जिसके चलते तापमान के कुछ कम होने का अंदेशा है। बता दें कि जब सामान्य तापमान में 4.5 डिग्री से लेकर 6.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़त देखने को मिलती है, तब उसे हीटवेव कहा जाता है। वहीं 6.4 डिग्री से अधिक की बढ़त को भीषण हीटवेव की कैटेगिरी में रखा जाता है। आईएमडी समय समय पर अलर्ट जारी कर इसकी चेतावनी देता रहता है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *