केदारनाथ दर्शन हेलीकॉप्टर से कराने के नाम पर लाखों की ठगी, इंदौर में आया साइबर फ्रॉड का नया तरीका
इंदौर
इंदौर में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. यहां एक व्यक्ति को केदारनाथ में हेलीकॉप्टर से दर्शन कराने का झांसा देकर जालसाज ने 1.35 लाख रुपये ठग लिए. एडिशनल डीसीपी आलोक शर्मा ने बताया कि शिकायतकर्ता राहुल पाटीदार ने हेलीकॉप्टर टिकट बुक कराने के लिए एक व्यक्ति से ऑनलाइन संपर्क किया. जालसाज ने टिकट के लिए 1.35 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए राजी कर लिया.
ट्रांसफर के बाद जालसाज ने टिकट बुक तो कर लिए, लेकिन तुरंत ही उन्हें कैंसिल कर दिया और पूरी रकम आरोपी के खाते में जमा हो गई. जब राहुल ने जालसाज से दोबारा संपर्क करने की कोशिश की, तो आरोपी ने अपना फोन बंद कर लिया था. इसके बाद राहुल ने घटना की सूचना राऊ पुलिस को दी, जिन्होंने जालसाज के खाते को फ्रीज करा दिया. हालांकि, आरोपी ने पैसे कहीं और ट्रांसफर कर दिए थे.
साइबर टीम को लगातार मिल रहीं शिकायतें
एडिशनल डीसीपी आलोक शर्मा ने बताया कि जोन-1 के सभी थानों में साइबर डेस्क स्थापित किए गए हैं, ताकि पीड़ितों को शिकायत दर्ज कराने पर तुरंत ध्यान दिया जा सके और कानूनी कार्रवाई की जा सके. साइबर डेस्क पर रोजाना शिकायतें आती हैं और पुलिस साइबर धोखाधड़ी को सुलझाने और रोकने के प्रयास कर रही है.
समय पर कार्रवाई होने से मिली मदद
बुधवार को एक जालसाज का फोन आने के बाद त्वरित कार्रवाई की बदौलत शहर के डॉक्टर साइबर धोखाधड़ी का शिकार होने से बाल-बाल बच गए. डॉ. अनिल बाफना को एक व्हाट्सएप कॉल आया, जिसमें घोटालेबाजों ने पुलिस अधिकारी बनकर कर दावा किया कि एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र और उनके बेटे को बलात्कार के मामले में गिरफ्तार किया गया है और उसकी रिहाई के लिए तत्काल 35,000 रुपये की मांग की गई.
डॉक्टर को लगा कि कुछ गड़बड़ है और उन्होंने सीधे एडिशनल डीसीपी जोन-1 आलोक कुमार शर्मा से संपर्क किया, जिन्होंने उन्हें कोई पैसा न देने की सलाह दी और बताया कि यह साइबर धोखाधड़ी के लिए ठगों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है. उन्होंने तुरंत घटना की सूचना मल्हारगंज पुलिस को दी.
साइबर फ्रॉड के दो और केस आए सामने
इसी तरह, आज़ाद नगर थाने में साइबर धोखाधड़ी के दो मामले सामने आए हैं, जहां पीड़ितों ने ऑनलाइन लोन ऐप से लोन लिया था. शिकायतकर्ता हिना अली और जतिन शिंदे ने क्विक कैश और फैमिली लोन ऐप से लोन लिया था. हालांकि, उन्होंने रकम चुका दी, लेकिन ठगों ने अतिरिक्त पैसे की मांग की और भुगतान न करने पर उनकी तस्वीरों को मॉर्फ करके सोशल मीडिया पर प्रसारित करने की धमकी दी.