लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान में लालू यादव और राबड़ी देवी के बाल बच्चों की संख्या का मामला छाया रहा
पटना
बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी के बाल बच्चों की संख्या का मामला छाया रहा। सीएम नीतीश कुमार खास तौर पर हमलावर रहे। अपनी लगभग सभी चुनावी जनसभाओं में नीतीश ने लालू राबड़ी को इतनी बड़ी संख्या में बच्चे पैदा करने के लिए निशाने पर लिया। तेजस्वी यादव ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और अटल बिहारी वाजपेई के भाई बहनों की संख्या की चर्चा कर मामले को न्यूट्रलाइज करने की कोशिश की। अब राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार के इस बयान पर पलटवार किया है। पाटलिपुत्र लोक सभा क्षेत्र में बेटी मीसा भारती के लिए चुनाव प्रचार करने के दौरान उन्होंने दो टूक अंदाज में कहा कि नीतीश कुमार से एक बेटा भी नहीं संभालता है हमारे बच्चे तो अच्छा कर रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश के बयान पर राबड़ी देवी भड़क उठी हैं। क्योंकि बार बार नीतीश कुमार ने यह सवाल खुले मंच से उठाया। राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार चुनाव प्रचार के दौरान गाली-गलौज कर रहे हैं। उन्हें इस बात से भी दिक्कत है कि हमारे 9 बच्चे हैं। इसमें उनका क्या बिगड़ता है। उन्हें पता होना चाहिए कि हमने अपने परिवार के साथ-साथ राज्य को भी चलाया है। अगर जरूरत पड़ी तो हम देश भी चला सकते हैं इसके लिए तैयार हैं। नीतीश कुमार पर बरसते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि हमारे सभी बच्चे अच्छा कर रहे हैं। लेकिन नीतीश का एक बेटा है, जिसे वो संभाल नहीं सकते हैं। पहले अपना देख लें तब दूसरे की बात करें।
दरअसल लालू यादव और राबड़ी देवी के 9 बेटे बेटियां हैं। इनमें से दो बेटे और एक बेटी को लालू यादव राजनीति में सेट कर चुके हैं। एक अन्य बेटी को सारण से लोकसभा का चुनाव लड़ा रहे हैं। विधायक बेटे तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के लिए लालू यादव कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बड़े बेटे तेजप्रताप यादव दो बार मंत्री बन चुके हैं और वर्तमान में विधायक हैं। जेल जाने से पहले उन्होंने पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बना दिया। नीतीश कुमार ने इस चुनाव में लालू के परिवार प्रेम को बड़ा मुद्दा बना दिया और जमकर भुनाया। नीतीश यहां तक कह जाते कि सिर्फ बेटी हो रही थी तो बेटा के लिए इतना पैदा कर दिया। कहीं कोई इतना करता है। अपने बना, पत्नी को बनाया, बेटा को बनाया, अब बेटी को बना रहा है।