सौर सुजला योजना से 7 हजार 876 किसान लाभान्वित
गरियाबंद
क्रेडा द्वारा संचालित सौर सुजला योजना के तहत विद्युतविहिन एवं दूरस्थ ग्रामों के किसानों को कृषि कार्य हेतु 3 एच.पी. एवं 5 एच.पी. सबमर्सिबल/सरफेस सोलर पंप मात्र 10 हजार से 25 हजार रुपए के कृषक अंशदान पर 95 प्रतिशत से 98 प्रतिशत के अनुदान में ढाई लाख से साढ़े तीन लाख रुपए के लागत मूल्य के सोलर पंप स्थापित किये जा रहे हैं। पूर्व में किसानों के पास सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण पूर्ण रूप से वर्षा पर निर्भर रहना पड़ता था, बारिश नहीं होने या अल्प वर्षा की स्थिति में किसानों के फसल बर्बाद हो जाते थे, जिससे कि किसानों को आर्थिक नुकसान होता था। किन्तु वर्तमान में सौर सुजला योजना के तहत सोलर पंप स्थापित होने से किसानों को बारिश पर निर्भर नहीं होना पड़ता है तथा पर्याप्त मात्रा में फसल की पैदावार होती है जिससे कि किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। क्रेडा के सहायक अभियंता श्री इंदुभूषण साहू ने बताया कि सौर सुजला योजना के तहत जिला गरियाबंद में विगत 06 वर्षाे में स्वीकृत 7 हजार 876 सोलर पंपों में से संपूर्ण स्वीकृत सोलर पंपों का स्थापना कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया जा चुका है।
सोलर पंप से धान के अलावा सब्जी और मूंगफली का उत्पादन भी
इस योजना से लाभान्वित हितग्राही श्री भुवन माली, निवासी ग्राम-झरगांव, वि.ख.मैनपुर के पास 1.5 एकड़ कृषि भूमि है जिसमें वे 3 एच.पी. का सबमर्सिबल सोलर पंप स्थापित किया है। सोलर पंप स्थापना के पूर्व उक्त जमीन पर कोई भी फसल नहीं ले सकते थे। परन्तु वर्तमान में कृषक द्वारा दो से तीन फसल जैसे धान के अलावा सब्जी और मूंगफली का उत्पादन कर रहा है। पानी की उपलब्धता के कारण उत्पादन में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है इसके साथ ही कृषक के परिवार की महिलाओं को भी पूरे वर्ष-भर रोजगार प्राप्त हुआ है। परिवार के सभी सदस्यों को रोजगार मिलने से वार्षिक आमदनी में वृद्धि हुई है। अब उन्हें रोजगार के लिये अन्य प्रदेश या बाहर जाना नहीं पड़ता है।
इसी तरह सोलर होम लाईट से कई घरों में उजाला बिखर रहा है। ग्राम पंचायत कुल्हाड़ीघाट के आश्रित ग्राम भालूडिग्गी में जहां के हितग्राही लालटेन से अपना जीवन व्यतीत कर रहें थे। वहां क्रेडा द्वारा 36 हितग्राहियों के आवास को सोलर होम लाईट से विद्युतीकृत किया गया है। सोलर होम लाईट स्थापना के पूर्व आश्रित ग्राम भालूडिग्गी के निवासी लालटेन से अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे एवं रात्रि के समय जंगली जहरीले कीड़े-मकोड़े, सांप, हिंसक वन्यजीव से अपने आप को असुरक्षित महसूस करते थे। सोलर होम लाईट संयंत्र स्थापना के पश्चात् ग्रामीणों के चेहरे पर स्पष्ट मुस्कान देखी जा सकती है। उनके बच्चे रात्रि के समय पढ़ाई कर रहें है। सोलर होम लाईट संयंत्र दूरस्थ विद्युतविहिन ग्रामीणों के लिये अवश्य मिल का पत्थर साबित होगा। हितग्राही लक्ष्मण एवं मोतीराम ने सोलर होम लाइट से घर जगमगाने से खुशी जाहिर की एवं शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।